विक्रम मिश्र, लखनऊ. उत्तर प्रदेश में हुए उप चुनाव के बाद रविवार का दिन राजनैतिक आरोप प्रत्यारोप को समर्पित रहा. बसपा ने उपचुनाव पर सरकारी तंत्र का आरोप लगाया ही था कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav ) ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा सरकार पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाया.

अखिलेश यादव ने भाजपा पर बोगस वोटिंग करवाने के साथ प्रशासन के ज़रिए समाजवादी पार्टी के वोटर्स को वोट नहीं देने की बात कही. उन्होंने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिन जिलों में समाजवादी पार्टी के विधायक है और उप चुनाव थे उनको पार्टी दफ्तर बुलाया था, लेकिन सपा मुखिया के अनुसार सभी विधायकों को बॉर्डर पर पुलिस ने हिरासत में ले लिया था, जबकि केवल मुरादाबाद से विधायक ही सपा कार्यालय तक आ सके है. उन्होंने कहा कि जिस महिला ने अपना परिचय पत्र एवं बाकी के दस्तावेज पुलिस को दिखाए फिर भी उसे वोट देने नही दिया गया.

इसे भी पढ़ें: Sambhal Shahi Masjid Survey: संभल शाही मस्जिद सर्वे पर बवाल, पथराव के बाद एक दर्जन दंगाई गिरफ्तार

संभल सम्हाल नहीं सके एक देश एक वोट वाले लोग

सम्भल में मस्ज़िद विवाद पर सपा मुखिया ने कहा कि पुलिस और सरकार में एकतरफा सुनवाई चल रही है. जिसकी वजह से अस्थिरता का माहौल व्याप्त है. जब एक बार मस्ज़िद का सर्वे हो चुका था तो फिर दुबारा क्यों किया गया. भाजपा माहौल खराब करना चाहती है.

पीडीए अत्याचार से और जुड़ेगा

अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार का अत्यचार जब पीडीए पर बढ़ जाएगा तो अपने आप पीडीए के लोग एक हो जाएंगे. जहां पर भाजपा कमज़ोर थी और वोट समीकरण भी उसके खिलाफ थे फिर भी वहां अधिक लीड से जीत धांधली को दर्शाता है. लोकसभा चुनाव में धांधली नहीं कर सके थे, इसलिए ही तो बहुमत से दूर हो गए थे.

इसे भी पढ़ें: नेताओं के चक्कर में अपना भविष्य मत बर्बाद करो… पुलिस पर पत्थर फेंक रहे युवाओं से SP की अपील, संभल शाही जामा मस्जिद के सर्वे से जुड़ा है मामला