लखनऊ. उत्तर प्रदेश में एक डीआईजी होमगार्ड संजीव शुक्ला को सस्पेंड कर दिया गया है. उन्होंने प्रदेश में आईपीएस अधिकारियों के तबादलों को लेकर सवाल खड़े किया था. पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर डीआईजी होमगार्ड के पक्ष में खड़े हैं. उन्होंने डीआईजी होमगार्ड का निलंबन को गलत बताया और बहाल करने की मांग की है. अमिताभ ठाकुर ने इसे गड़बड़ियां और भ्रष्टाचार के विषय मे आवाज उठाने की सजा कहा है.
अमिताभ ठाकुर ने कहा कि प्रशासनिक भ्रष्टाचार को सामने लाना सेवा नियमावली में निषिद्ध नहीं है. सरकारी कर्मचारियों को सच बोलने से रोकने के लिए ऐसा गया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि विभागीय भ्रष्टाचार को सामने लाना कोई कदाचार नहीं. डीआईजी होमगार्ड संजीव शुक्ला का निलंबन पूरी तरह गलत और सही बात करने वालों में डर फैलाने का अनुचित प्रयास. अविलंब बहाल करें.
विभागीय भ्रष्टाचार को सामने लाना कोई कदाचार नहीं. DIG होमगार्ड संजीव शुक्ला का निलंबन पूरी तरह गलत और सही बात करने वालों में डर फैलाने का अनुचित प्रयास. अविलंब बहाल करें. @UPGovt @CMOfficeUP pic.twitter.com/HpUBKMLvuk
— AmitabhThakur (@Amitabhthakur) August 9, 2021
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बता दें कि यूपी होमगार्ड विभाग के ऑफिसर्स एसोसिएशन का सोशल मीडिया ऐप व्हाट्सएप पर एक ग्रुप बनाया गया है. इस ग्रुप पर कमांडेंट और सीनियर स्टाफ ऑफिसर (SSO) के तबादलों को लेकर सवाल उठाने पर डीआईजी (होमगार्ड) संजीव शुक्ला को सस्पेंड कर दिया गया. बीती देर रात इसका आदेश जारी हुआ. संजीव शुक्ला झांसी में तैनात थे.
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