लखनऊ. समाजवादी पार्टी में सदस्यता कार्यक्रम में एक भावनात्मक माहौल बन गया. शनिवार को सपा दफ्तर में बहुप्रतीक्षित सदस्यता कार्यक्रम तय था. ये सदस्यता पूर्व मंत्री और कभी कद्दावर सपाई रहे अंबिका चौधरी का था.

अंबिका चौधरी को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पार्टी में शामिल कराया. सपा प्रमुख अखिलेश यादव की भावनात्मक बातों से अंबिका चौधरी खुद को संभाल नहीं पाए और मंच पर अखिलेश यादव के सामने फूट-फूट कर रो पड़े. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि बहुत भावुक हैं, अंबिका चौधरी जो कहना चाह रहे थे वो भी नहीं कह पा रहे थे.

अखिलेश यादव ने कहा कि कितने कष्ट से ये गए होंगे आज मुझे एहसास हुआ है मेरी कोशिश रहेगी नेताजी से जुड़े हुए सभी लोगों को एक साथ लाया जाए. न जाने क्यों बहुत मजबूत रिश्ते आसानी से टूट जाते हैं, लेकिन अब फिर से सब सही हो रहा है राजनीति में उतार चढाव आते हैं. लेकिन सही समय पर जो साथ थे वहीं साथी है. बलिया के लोगों की सबसे बड़ी पहचान बलिया के लोगों की है. आज JPNIC बिल्डिंग जो लखनऊ में मौजूद हैं वो भी उनके नाम पर है जो बलिया के हैं.

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी को उनके समर्थकों के साथ सपा की सदस्यता दिलाई. वहीं साथ ही सपा मे पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी कि भी घर वापसी कि गई जो पिछले चुनाओ मे बसपा का दमन थम लिया था. जहां वो बात करते हुए अखिलेश के सामने भाऊक भी हो गए. बताते चलें सिबगतुल्लाह अंसारी 2007 में सपा और 2012 में कौमी एकता दल से गाजीपुर के मोहम्मदाबाद विधानसभा रहे हैं. इसके बाद 2017 में बसपा से मैदान में उतरे, लेकिन पराजय का सामना करना पड़ा. मुख्तार अंसारी काफी समय से बांदा जेल में बंद हैं. ऐसे में अंसारी परिवार से पूर्वी यूपी की राजनीति में रुतबे को बरकरार रखने का जिम्मे उनके भाई सिबकतुल्लाह के सिर है. पंचायत चुनाव के दौरान ही अंसारी बंधुओं के हाथी से उतर कर साइकिल पर सवार होने की रणनीति तैयार की गई थी.