महोबा. आगामी 2022 के चुनाव को लेकर जीत के समीकरण बनाने के लिए ‘किसान-नौजवान पटेल यात्रा’ लेकर महोबा पहुंचे सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल को अपने ही कार्यकर्ताओं की अनुशासनहीनता के चलते मंच के फर्श पर बैठने पर मजबूर होना पड़ा. मंच पर अव्यवस्थाओं को देखकर सपा के प्रदेश अध्यक्ष इस कदर नाराज हुए की वरिष्ठ नेताओं के साथ मंच के फर्श पर बैठ गए. युवाओं द्वारा वरिष्ठ नेताओं को सम्मान न दिए जाने से और आपसी गुटबाजी सपा के कार्यक्रम में देखने को मिली वहीं इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष ने लखीमपुर खीरी मामले में बीजेपी पर करारा प्रहार करते हुए गृह राज्य मंत्री सहित नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री से इस्तीफे तक की मांग कर डाली.
सपा के झंडों से सजे मंच और लाल टोपी पहने नेताओं के बीच फर्श पर बैठे यह आम आदमी नहीं बल्कि समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल हैं. उनकी पार्टी के तमाम नेता कुर्सियों पर बैठे हैं, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष वरिष्ठ नेताओं के साथ मंच के फर्श पर अनुशासनहीनता देख कर बैठ गए. मंच के ऊपर फैली अव्यवस्थाएं और युवाओं द्वारा बुजुर्ग नेताओं को सम्मान न दिए जाने और माला पहनाने को लेकर मची अफरा-तफरी से प्रदेश अध्यक्ष नाराज दिखे. इस दौरान सपा के प्रदेश अध्यक्ष ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए भारतीय जनता पार्टी पर जमकर प्रहार किया.
लखीमपुर खीरी को लेकर उन्होंने कहा कि गृह राज्य मंत्री के अलावा उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री को भी नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. खेत-खलिहान कुटीर उद्योग बचाओ किसान नौजवान यात्रा प्रदेश के 38 जिलों से होते हुई आज महोबा पहुंची. जहां पर सपाईयों ने यात्रा की अगुवाई कर रहे सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल का माला पहनाकर स्वागत किया है. कार्यक्रम में सपा कार्यकर्ताओं को चुनाव में जीत को लेकर दिशा निर्देश दिए.
वहीं इस दौरान पत्रकारो से वार्ता करते हुए कहा कि बीजेपी सरकार से किसानों व नौजवानों में आक्रोश दिख रहा है. बीजेपी की दोहरी नीति का असर किसानों पर पड़ा है और प्रधानमंत्री झूठ बात करते है. एक वर्ष से जो किसान धरने पर बैठे है उनकी बात प्रधानमंत्री नही सुन रहे है. महंगाई बेरोजगारी भ्रष्टाचार और ध्वस्त कानून व्यवस्था से पूरे प्रदेश का वातावरण समाजवादी पार्टी के पक्ष में है और बीजेपी से नाराज है. लखीमपुर खीरी मामले को लेकर कहा कि लखीमपुर खीरी ही नहीं बल्कि पूरा प्रदेश इस सरकार में जल रहा है. इस मामले में गृहराज्य मंत्री को ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी अपना इस्तीफा नैतिकता के आधार पर दे देना चाहिए. मुख्यमंत्री द्वारा लाल टोपी वालों को गुंडा बताने पर नरेश उत्तम ने कहा उल्टा चोर कोतवाल को डांटे जो जैसा होता है उसको वैसा ही दिखता है मुख्यमंत्री की भाषा मुख्यमंत्री की मर्यादा, पद की गरिमा कभी उन्होंने इसका ख्याल नही किया और मनमाना बोल देते है. समाजवादी पार्टी की लाल टोपी परिवर्तन का प्रतीक है. आपातकालीन समय में लाल टोपी ने ही परिवर्तन किया था और एक बार फिर यही लाल टोपी प्रदेश में परिवर्तन करेगी.
उन्होंने 391 सीट लाने का दावा करते हुए बड़ें दलों को छोड़ सभी छोटे दलों से गठबंधन करने की बात कही. उन्होंने एक सवाल के जबाब में कहा कि बीजेपी के पास झूठ के अलावा जनता को गुमराह करने का और कोई रास्ता नही बचा है. किसानो की हत्या और आमजनों की परेशानियों के अलावा भाजपा के पास कोई काम नहीं है. जनता इन्हें दौड़ा रही है जैसा प्रतापगढ़ में सांसद को दौड़ाया गया.
उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बीजेपी सरकार ने चौपट कर दिया किसान, नौजवान बेहद दुखी है जिससे 2022 में परिवर्तन होगा और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बनेंगे. सपा सरकार बनने पर बुंदेलखंड के कुटीर उद्योगों सहित महोबा के क्रेशर उद्योग को प्रोत्साहन कर बढ़ाया जायेगा. जिससे प्रदेश की बेरोजगारी कम होगी. वहीं उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था का अंदाजा लगा सकते हैं कि महोबा में फरार एक आईपीएस आज तक गिरफ्तार नही किया जा सका. गड्ढा मुक्त सड़कों की बात करने वाली सरकार में सबसे अधिक जर्जर सड़कें है. सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने आयोजित कार्यक्रम के मौजूद हजारों की भीड़ को भी संबोधित किया.