विक्रम मिश्र, लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ IGRS हेल्पलाइन की शिकायतों के निस्तारण पर योगी सरकार सख्त रुख अख्तियार किया है. मुख्यमंत्री ने साफ लहज़े में अधिकारियों को चेताया था कि मुख्यमंत्री हेल्प लाइन और सम्पूर्ण समाधान में शिकायतों का निस्तारण हर हाल में समय के साथ करना अनिवार्य होगा. बावजूद इसके कई जिलों में अधिकारियों का रुख इसको लेकर स्पष्ट नहीं है.
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लापरवाही वाले जिलों को सीएम का नोटिस
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन और संपूर्ण समाधान की शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही पर नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. गोंडा, देवरिया, भदोही, ललितपुर, प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर, आजमगढ़, मिर्जापुर के जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान से जवाब तलब किया गया है.
वीसी में मुख्य सचिव ने जमकर लगाई लताड़
मुख्य सचिव ने लापरवाही पर डीएम और कप्तानों को जमकर फटकार लगाई है. साथ ही उनसे समस्या को जल्दी निस्तारित कर शासन को जवाब उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए है. जिसके बाद डीएम और कप्तानों से रिपोर्ट मिलने के बाद कई अधिकारियों पर गाज गिर सकती है.
मुख्य सचिव ने डीएम और कप्तानों से रिपोर्ट मांगी थी. जिसके बाद उसका फीडबैक लखनऊ से लिया गया जिसमें की मामला खुल गय. सीएम योगी आदित्यनाथ ने आईजीआरएस सीएम हेल्पलाइन और संपूर्ण समाधान दिवस की शिकायतों के निस्तारण मे लापरवाही पर नाराजगी जताई थी. 1 सितंबर से 25 सितंबर के बीच प्राप्त शिकायतों में कई जिलों का प्रदर्शन ठीक नहीं है.
सीएम हेल्पलाइन और सीएम डैशबोर्ड से लिए गए फीडबैक में शिकायतकर्ताओं ने असंतोष जाहिर किया था.
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