
अनूप मिश्रा, बहराइच. जिले के पयागपुर नगर पंचायत में स्थित चंद्रा पाली क्लीनिक में सीएचसी से गर्भवती महिला को लाकर शनिवार रात को भर्ती किया गया. इसके बाद उसे इंजेक्शन लगा दिया गया. महिला की कुछ देर में मौत हो गई. इससे नाराज परिवार के लोगों ने गलत इलाज और सरकारी अस्पताल से सांठगांठ का आरोप लगाते हुए तोड़फोड़ की. बवाल देख प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर और संचालक समेत सभी फरार हो गए. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत कराया. परिवार के लोग शव लेकर घर चले गए हैं.
इसे भी पढ़ें- बाबा का बदतमीज SDM: अफसर ने ‘छोटी जाति’ का बोलकर महिला को किया जलील! ऐसे अधिकारियों को कब सुधारेंगे योगी जी ?
बता दें कि पयागपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत राजुवापुर मौहारी गांव निवासी परवाना (35) लगभग नौ माह की गर्भवती थी. शनिवार शाम को उसे परिवार के लोगों ने सीएचसी में भर्ती कराया. इलाज के दौरान हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. लेकिन अस्पताल में मौजूद चंद्रा पाली क्लीनिक कोट बाजार पयागपुर के दलाल ने बेहतर इलाज का झांसा देकर गर्भवती महिला को भर्ती करवाया.
इसे भी पढ़ें- योगी जी ये सब क्या चल रहा है! कान पकड़वाकर SDO ने संविदाकर्मी से करवाई उठक-बैठक, देखें बाबा के बेलगाम सिस्टम की करतूत का VIDEO
महिला के पति अजमत अली ने बताया कि चंद्रा पाली क्लीनिक पर मौजूद लोगों ने महिला की हालत गंभीर होने और ऑपरेशन की बात कही, लेकिन ऑपरेशन करने का महिला के परिवार के लोगों ने विरोध करते हुए जिला अस्पताल ले जाने की बात कही. इसी दौरान एक युवती ने ज्यादती कर महिला को इंजेक्शन लगा दिया. जिससे गर्भवती को घबराहट शुरू हुई और कुछ देर में मौत हो गई. नाराज लोगों ने अस्पताल के गेट और अन्य स्थानों पर तोड़फोड़ की।बवाल के दौरान ही डॉक्टर निर्मल शुक्ला, संचालक ललिता देवी समेत अन्य स्टॉफ मौके से फरार हो गया. इस घटना से पहले भी चंद्रा पाली क्लीनिक में गलत इलाज को लेकर बवाल हो चुका है. गलत इंजेक्शन लगाने से महिला की मौत हो गई थी.
इसे भी पढ़ें- ‘ससुर मेरे साथ…,’ ‘कातिल’ बहू ने सुनाई कत्ल की चौंका देने वाली कहानी, जानिए आखिर रिटायर्ड अफसर की क्यों छीन ली सांसें…
इस मामले में सीएमओ डॉ संजय कुमार शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि आपके द्वारा मामले की जानकारी हुई है. सीएचसी अधीक्षक से जानकारी लेकर जांच करवाई जाएगी। जांच के बाद अस्पताल के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी. उधर अस्पताल संचालक ललिता देवी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मौत के बाद डॉक्टर फरार हो गए थे. उन्हें वहां से जाना नहीं चाहिए था. महिला का गलत इलाज नहीं किया गया.
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें