लखनऊ. तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट के मामले सामने आने के बाद अब लखनऊ के प्राचीन मनकामेश्वर मंदिर में बाजार से लाए गए प्रसाद चढ़ाने पर रोक लगा दी गई है. महंत दिव्यागिरी ने इस संबंध में एक आदेश जारी करते हुए कहा है कि भक्त अब केवल अपने घरों से बनाए गए प्रसाद या सूखे मेवे ही गर्भ गृह में चढ़ा सकते हैं. यह नई व्यवस्था आज से ही लागू हो गई है.
यह निर्णय आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर में प्रसाद में मिलावट की घटना के बाद लिया गया है. हाल ही में एक लैब रिपोर्ट में पुष्टि हुई थी कि तिरुपति मंदिर के प्रसिद्ध लड्डू प्रसाद में पशुओं की चर्बी का प्रयोग किया जा रहा था. इस मामले को लेकर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने जगन मोहन रेड्डी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
महंत दिव्यागिरी ने भक्तों से अपील की है कि वे अपनी श्रद्धा के अनुसार शुद्धता का ध्यान रखें और केवल घर का बना प्रसाद ही चढ़ाएं. इस निर्णय का उद्देश्य मंदिर की पवित्रता को बनाए रखना और भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. बता दें कि तिरुपति मंदिर मामले के बाद कई अन्य मंदिरों में भी प्रसाद को लेकर सतर्कता बढ़ गई है. वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में भी इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है, जिसमें एसआईटी जांच की मांग की गई है.
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