मथुरा। उत्तर प्रदेश के बांके बिहारी मंदिर में प्रस्तावित कॉरिडोर और मंदिर न्यास को लेकर जारी विरोध के बीच आज प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने मंदिर पहुंचकर सेवायतों व गोस्वामियों के साथ अहम बैठक की। इस बैठक का उद्देश्य आपसी संवाद के जरिए समरसता स्थापित करना था, लेकिन सेवायतों ने किसी भी समझौते से साफ इनकार कर दिया।

एक घंटे तक चली बैठक

करीब एक घंटे तक चली इस बैठक में आगरा मंडलायुक्त शैलेन्द्र कुमार सिंह, डीआईजी शैलेश पांडे, जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह, एसएसपी श्लोक कुमार, नगर आयुक्त जग प्रवेश सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक से पहले सभी अधिकारी भगवान बांके बिहारी के दर्शन को पहुंचे।

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सभी एक साथ मिलकर काम करें

अधिकारियों ने गोस्वामियों के साथ बैठक कर उन्हें कॉरिडोर और अध्यादेश से होने वाले संभावित लाभ समझाने की कोशिश की। मंडलायुक्त शैलेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री का निर्देश है कि सभी पक्षों की बात सुनी जाए। व्यवस्थाओं में सुधार की मंशा से प्रयास किए जा रहे हैं। हम सभी से संवाद कर समाधान की दिशा में बढ़ रहे हैं।” उन्होंने कहा कि वृंदावन की वैश्विक पहचान को ध्यान में रखते हुए सभी को मिलकर काम करना चाहिए।

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कॉरिडोर या न्यास को स्वीकार नहीं

बैठक के बाद मंदिर सेवायत हिमांशु गोस्वामी ने प्रशासन के प्रस्तावों को खारिज करते हुए कहा कि अधिकारियों की ओर से आपसी सामंजस्य की बात कही जा रही है, लेकिन हम किसी भी सूरत में कॉरिडोर या न्यास को स्वीकार नहीं करेंगे। ठाकुर जी के धन से अन्य निर्माण या ध्वंस करना महापाप है, जिसे हम नहीं होने देंगे।

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न्यास गठन पर समाजसेवी ने उठाए सवाल

समाजसेवी मधुमंगल शुक्ला ने भी न्यास में शामिल लोगों की धार्मिक पृष्ठभूमि पर सवाल उठाते हुए कहा, “हर संप्रदाय की अपनी पूजा पद्धति होती है। न्यास में सबकी धार्मिक भावनाओं का ध्यान नहीं रखा गया है।