बाराबंकी. जिले से स्वास्थ्य व्यवस्था की धज्जियां उड़ा देने वाली तस्वीर सामने आई है. जहां बिहार से मजदूरी करने आए एक युवक की बस स्टेशन पर अचानक तबीयत बिगड़ गई और चक्कर खाकर गिर गया. जिसके बाद एंबुलेंस को फोन मिलाया गया, लेकिन 55 मिनट तक एंबुलेंस नहीं पहुंची, जिसकी वजह से युवक की मौत हो गई. घटना के बाद स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक के हवा-हवाई दावों की पोल खुलती नजर आ रही है. अब सवाल ये भी उठ रहा है कि आखिर इस मौत का जिम्मेदार कौन लेगा?

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बता दें कि पूरी घटना कोतवाली क्षेत्र के देवा रोड स्थित बस स्टेशन की है. जहां एक व्यक्ति बस से उतरते ही गिर गया. वहीं उसके साथ एक युवक भी था, जिसने आसपास के लोगों से मदद मांगी. जिसके बाद लोगों ने एंबुलेंस को कॉल किया, लेकिन एंबुलेंस 55 मिनटतक मौके पर नहीं पहुंची. जिससे युवक को समय पर इलाज नहीं मिल सका और उसने दम तोड़ दिया.

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हालांंकि, वहां मौजूद लोग लगातार एंबुलेंस के लिए कॉल करते रहे. लगभग 1 घंटे बाद एंबुलेंस मौके पर पहुंची तो लेकिन तब तक बहुत लेट हो चुका था. युवक की मौत हो चुकी थी. वहीं युवक के की पहचान उसके पास मौजूद आधार कार्ड से की गई. जिसमें उसका नाम संटू माझी बिहार निवासी लिखा था. मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस जांच में जुट गई है.

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