बरेली. यूपी में बुलडोजर की कार्रवाई के खूब चर्चे हैं. योगी सरकार आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाने के लिए बिल्कुल लेट नहीं करती. लेकिन वहीं सिस्टम एक महिला वकील और उनकी बहनों को रेप की धमकी मिलने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं करता. उल्टा पुलिस प्रशासन ने महिला वकील पर ही केस दर्ज कर दिया. न्याय न मिलने से परेशान महिला वकील ने एसएसपी दफ्तर के परिसर में आत्मदाह की कोशिश की. हालांकि, वहां मौजूद पुलिस वालों ने बचा लिया.
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बता दें कि महिला वकील गांव के प्रधान द्वारा परेशान किए जाने से काफी परेशान थी. मामले की शिकायत पुलिस से भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसी बात से तंग आकर एसएसपी दफ्तर परिसर में पहुंचकर अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगाने की कोशिश की. हालांकि, वहां मौजूद पुलिस वालों ने समय रहते रोक लिया.
मामले को लेकर महिला वकील की बहन आंचल खान का कहना है कि महिला वकील (बहन) ने ग्राम प्रधान के कार्यों की शिकायत कई सरकारी विभागों में की थी. इससे नाराज होकर ग्राम प्रधान और उनके भाई मेरे और मेरी बहनों के साथ छेड़छाड़ करते थे. इतना ही नहीं बलात्कार करने की धमकी भी देते थे. स्थानीय पुलिस स्टेशन में घटना की सूचना दी लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. स्थानीय पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय मेरी बहन के खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया है.
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