लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों के मर्जर पर योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने बताया कि 1 किमी से अधिक दूरी पर किसी भी स्कूल को मर्ज नहीं किया जाएगा। साथ ही जिन स्कूलों में 50 से अधिक छात्र हैं। उनका भी मर्जर नहीं होगा।
18 हजार एजुकेटर्स जेम पोर्टल से भर्ती
बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि मर्जर करने से जो स्कूल खाली होंगे वहां महिला और बाल कल्याण विभाग द्वारा बाल वाटिका संचालित की जाएगी। 3 से 6 साल के बच्चे बाल वाटिका में पढ़ेंगे। सरकार ने उनके लिए पाठ्यक्रम तैयार किया है। बाल वाटिका के लिए करीब 18 हजार एजुकेटर्स भी जेम पोर्टल से भर्ती किए।
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छात्र हित में स्कूलों का मर्जर
बेसिक शिक्षा मंत्री ने आगे बताया कि स्कूलों का मर्जर छात्र हित में किया गया, ताकि उन्हें बेहतर शिक्षा और संसाधन मिले। कोई भी स्कूल बंद नहीं होगा और शिक्षक का एक भी पद समाप्त नहीं होगा प्रदेश में बिना मान्यता के संचालित स्कूलों को अभियान चलाकर बंद किया जाएगा
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सरकार शिक्षा भर्ती के खिलाफ नहीं है। छात्र शिक्षक अनुपात के अनुसार, 50 छात्र संख्या वाले स्कूल में दो सहायक टीचर और एक विषय टीचर नियुक्त किया जाएगा। इस मानक को पूरा करने के लिए आवश्यक हुआ तो शिक्षक भर्ती करेंगे।
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