कानपुर. आईआईटी कानपुर ने दावा किया है कि इस बार कोरोना की तीसरी लहर ना आने की संभावना अधिक है. इसके पीछे उनका दावा है कि प्रदेश में बड़ी संख्या में कोरोना का टीकाकरण होना है. यहां यह बताना जरूरी है कि इसके पहले भी आईआईटी कानपुर ने कोरोना के बारे में अपने मैथमेटिक्स मॉडल से जो भी भविष्यवाणी की है, वह काफी हद तक सही हुई है.

आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक पदमश्री प्रोफेसर एम अग्रवाल के अनुसार कोरोना संक्रमण लगातार कमजोर हुआ है. इसके अलावा यूपी, बिहार, दिल्ली जैसे राज्यों में कोरोना लगभग समाप्त हो चुका है. उनकी रिपोर्ट के अनुसार अक्टूबर तक इन राज्यों में एक्टिव मामलों की संख्या इकाई तक पहुंच जाएगी. वहीं देश में एक्टिव केस अक्टूबर तक केवल 15000 रहेंगे. जबकि दूसरे राज्य केरल, तेलंगाना तमिलनाडु, कर्नाटक, असम और अरुणाचल प्रदेश समेत पूर्वाेत्तर के राज्यों में कोरोना संक्रमित मरीज आते रहेंगे. जबकि नीति आयोग को मिली रिपोर्ट में कोविड की तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है. अक्टूबर के अंत तक यह अपने पीक पर पहुंच सकता है.

वहीं दूसरी तरफ गृह मंत्रालय द्वारा गठित कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार यह लहर बच्चों के लिए खतरनाक साबित होने वाली है. कमेटी के विशेषज्ञों ने तीसरी लहर की तैयारियों पर भी रिपोर्ट दी है. रिपोर्ट के अनुसार देश मे बच्चों की देखभाल की तैयारियों में 63 फीसदी की कमी है. एम्बुलेंस, वेंटीलेटर की उपलब्धता को लगभग 65 प्रतिशत और बढ़ाना पड़ेगा. आवश्यक दवाईयों और इंजेक्शन को चिन्हित कर स्टॉक करने पर बल दिया गया है.

बता दें कि राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 58.25 करोड़ टीके लगाए जा चुके हैं. पिछले 24 घंटों के दौरान भारत में 25,072 नए मामले सामने आए, जो 160 दिन में सबसे कम मामले है. सक्रिय मामले कुल 1.03 प्रतिशत हैं, मार्च 2020 के बाद सबसे कम है. भारत में वर्तमान में 3,33,924 सक्रिय मामले हैं, जो 155 दिनों में सबसे कम है. रिकवरी दर बढ़कर 97.63 प्रतिशत हो गई है. यह रिकवरी दर मार्च 2020 के बाद सबसे अधिक हैं. देश भर में अभी तक कुल 3,16,80,626 मरीज स्वस्थ हुए. पिछले 24 घंटों के दौरान 44,157 रोगी स्वस्थ हुए हैं. साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर वर्तमान में 1.91 प्रतिशत है. पिछले 59 दिनों से 3 प्रतिशत से कम है. टेस्टिंग क्षमता में उल्लेखनीय रूप से बढ़ोतरी हुई है. अभी तक कुल 50.75 करोड़ जांचें की जा चुकी हैं.