लखनऊ. यूपी-टीईटी पेपर लीक मामले में नए-नए खुलासे हो रहे हैं. अब इस मामले में बिहार से भाजपा विधायक रश्मि वर्मा के भाई राय अनूप प्रसाद का नाम जुड़ा है. मजबूत राजनीतिक पकड़ रखने वाले परिवार से जुड़े राय अनूप प्रसाद की परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव संजय कुमार उपाध्याय से डील हुई थी. गिरफ्तारी के बाद राय अनूप से एसटीएफ पूछताछ कर रही है.

बता दें कि एसटीएफ रविवार से अभी तक यूपी से पेपर लीक मामले में लगभग 36 लोगों को हिरासत में ले चुकी है. यूपी-टीईटी पेपर लीक का मुख्य सूत्रधार दिल्ली की प्रिंटिंग प्रेस आरएसएम फिनसर्व लिमिटेड का मालिक राय अनूप प्रसाद मुख्यमंत्री योगी के गृह क्षेत्र गोरखपुर की नामी-गिरामी सरहरी रियासत परिवार का सदस्य है. ब्रिटिश हुकूमत से ही इस परिवार का प्रदेश में खासकर गोरखपुर की राजनीति में मजबूत दखल रहा है. राय अनूप प्रसाद के बाबा राय माहेश्वरी प्रसाद अंग्रेजी हुकूमत में अमीन हुआ करते थे. 1962 में उन्हें सरहरी रियासत का मालिकाना हक मिल गया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राय अनूप प्रसाद के पिता राय परमेश्वर प्रसाद गोरखपुर फर्टिलाइजर के मैनेजर हुआ करते थे. 1990 में फर्टिलाइजर बंद होने के बाद वह दिल्ली शिफ्ट हो गए थे. तभी से अनूप भी दिल्ली में ही रहने लगा और गांव मे कम आना जाना होता था. उसके पिता ने ही गोरखपुर के राप्ती नगर में एक फ्लैट खरीदा था.

अनूप ने गांव के पास ही साईं और राम मार्का नाम से दो ईंट भट्ठे खोल रखे हैं. गोरखपुर आने पर वह पिता के खरीदे फ्लैट पर रुकता था. बंद हुई फर्टिलाइजर फैक्ट्री फिर से तैयार है और प्रधानमंत्री इसका जल्द उद्घाटन करेंगे. बेहद दबंग छवि है रश्मि वर्मा की राय अनूप प्रसाद की बहन रश्मि वर्मा बिहार की नरकटियागंज विधानसभा से भाजपा की विधायक हैं. अपने क्षेत्र में वह बेहद दबंग छवि नेत्री मानी जाती है. रश्मि तब और चर्चा में आईं जब पिछले साल अक्टूबर में उनसे 25 लाख रुपए रंगदारी मांगे जाने का मामला सामने आया था. इसके पहले उनके ही जेठ ने उनके खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया था. सत्ता के गलियारों में मजबूत पकड़ चुनाव आयोग को दिए गए हलफनामे में रश्मि ने अपने खिलाफ तीन आपराधिक मुकदमों का भी खुलासा हुआ था. रश्मि की अपनी सीट पर इतनी मजबूत पकड़ है कि 2015 के चुनाव में वह भाजपा से बगावत करके निर्दलीय चुनाव लड़ीं.