लखनऊ. सीबीआई ने रेलवे में बिल पास कराने वाला एक बड़ा गिरोह का खुलासा किया है. आरडीएसओ के अधिकारियों और कर्मचारियों के आवास पर छापेमारी की गई, जिसमें कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुए हैं.
सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच ने लखनऊ में 5 और नोएडा में 2 ठिकानों पर बुधवार को एक साथ छापेमारी की. इस कार्रवाई के तहत आरडीएसओ के लेखा विभाग के एक अधिकारी, दो कर्मचारियों और तीन निजी फर्मों के संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. आरोपियों में अब्दुल लतीफ, नासिर हुसैन, मनीष पांडे, विशाल वर्मा, अभिनव सिन्हा और अशोक पुरी शामिल हैं.
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बताया जा रहा है कि आरोपियों ने निजी फर्मों के बिल पास करने के लिए रिश्वत ली, जिसे उन्होंने अपने बैंक खातों में ट्रांसफर कराया. सीबीआई को सूचना मिली थी कि आरडीएसओ में टेंडर दिलाने और फर्मों के भुगतान के लिए रिश्वत का लेन-देन हो रहा है. सीबीआई ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ ठोस साक्ष्य हैं, जिसमें फर्मों के संचालकों से प्राप्त रिश्वत की रकम का विवरण भी शामिल है. यह रकम कभी पांच लाख, कभी 50 हजार और 25 हजार रुपए के रूप में जमा की गई.
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