लखनऊ. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता जावेद अहमद खान ने सोमवार को अपने पद के साथ साथ पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने आपसी वर्चस को लेकर इस्तीफा दे दिया है. जावेद खान ने कहा कि कांग्रेस में अभी भी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का बोल बाला है. इसी लिए मुसलमान अर्जेस्ट नहीं हो पाते हैं. तरह-तरह से उनको चिढ़ाया जाता है.

जावेद के इस्तीफे के बाद कई सवाल उठ रहे हैं. क्या प्रदेश कांग्रेस को मुसलमान बर्दाश्त नहीं हो रहे हैं. बता दें कि इससे पूर्व भी कई प्रवक्ता इस्तीफा दे चुके हैं. वहीं हिंदुत्व की व्याख्या को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की पुस्तक के विवादित अंश से कांग्रेस में भी नाराजगी मुखर होने लगी है.

जावेद खान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की विभाजनकारी राजनीति से लडने की क्षमता केवल कांग्रेस में थी, जिसे सलमान खुर्शीद, राशिद अल्वी व मणिशंकर अय्यर जैसे नेताओं ने गर्त में धकेलने का कोई अवसर नहीं गंवाया, ऐसा लगता है कि कांग्रेस में बीजेपी के लिए काम करने वाले बड़े नेताओं की फौज है, जो चुनाव आते ही ऐसे बयान देते है.