अमरोहा. केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानून के खिलाफ पिछले 11 महीने से अधिक समय से किसानों का आंदोलन दिल्ली की सीमाओं पर जारी है. अमरोहा स्थित जोई के मैदान में शनिवार को किसानों की महापंचायत हुई. किसानों को संबोधित करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि इन सरकारों ने एक से दूसरी बिरादरी को लड़ाने और तोड़ने का काम किया है. देश के हालात बेहद खराब हैं यह समझना पड़ेगा.

किसान नेता टिकैत पिछले एक साल से किसान दिल्ली के बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन यह सरकार आरोप लगाने के अलावा कुछ और नहीं कर रही है. इन लोगों ने आंदोलन में शामिल हुए सरदारों को खालिस्तानी बता दिया. जबकि मुसलमानों को पाकिस्तानी घोषित कर दिया. राकेश टिकैत ने कहा कि जब यहां के लोग धरने में शामिल हुए तो आंदोलन जाटों का बता दिया. इन्होंने उत्तर प्रदेश के भीतर हिंदू-मुस्लिम के दंगे कराए.

उन्होंने कहा कि यह लोग हरियाण के अंदर गए तो वहां जाट और नॉन जाट की राजनीति की. गुजरात के भीतर पटेल और नॉन पटेल की राजनीति की. टिकैत ने कहा कि ये सरकारें तोड़-फोड़ पर विश्वास करती हैं. भाजपा ने बिहार में पहुंचकर लालू यादव का परिवार तोड़ा और यूपी में मुलायम सिंह के परिवार को तोड़ डाला. ये आरएसएस के लोग बेहद खतरनाक हैं, इनसे बचके रहो.