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लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर भाजपा पर जुबानी हमला बोला. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार जिस तरह पिछले डेढ़ दो महीनों से शिलान्यास और लोकार्पण कर रही है, उससे लगता है कि चुनाव आने वाले हैं. ये सभी चुनावी ऐलान हैं. 50 प्रतिशत भी वादे पूरे नहीं किए. ये सिर्फ घोषणाएं करते हैं और ये आधे अधूरे कामों का लोकार्पण कर रहे हैं.
मायावती ने कहा कि अगर कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के अपने लंबे शासनकाल में किए गए वादों को पूरा कर लिया होता तो उसे वादे न करने पड़ते. यूपी में सिर्फ बसपा सरकार ने काम किया,जो मुफ्त राशन बांटा जा रहा है, वो चुनाव बाद बंद हो जाएगा. लोगों को बरगलाने का काम शुरू हुआ है. सपा से सांठगांठ करके जिन्ना जैसे नए-नए साम्प्रदायिक मुद्दे गढ़े जा रहे हैं, जिससे चुनाव में हिंदू-मुस्लिम हो. ये सपा भाजपा का अंदर-अंदर गठजोड़ दिखाता है.
बसपा प्रमुख ने कहा कि एक बात सर्वविदित है कि इन दोनों पार्टियों की सोच साम्प्रदायिक है. जब सपा सत्ता में रहती है तो भाजपा मजबूत होती है. जब बसपा शासन में होती है तो भाजपा कमजोर होती है. चुनावी वादे करने पर कोई टैक्स नहीं लगता, ये चुनाव के समय ही बताएगा कि किसमे कितना दम है. जनता बीजेपी के बहकावे में न आए. जनता इनसे हिसाब करेगी. इनकी जातिवादी, पूंजीवादी और संकीर्ण मानसिकता की सोच दिखाई पड़ती है. इनसे लोग दुखी हैं. कोरोना काल मे लोगों के दुखः किसी से छिपे नहीं रहे.
मायावती ने कहा कि यूपी की हर विधानसभा के लिए गठित की गई बूथ कमेटियों की समीक्षा बैठक 21 अक्टूबर से शुरू की जाएगी. बसपा एक एक सीट ओर कई दावेदार दिखाकर हवा-हवाई माहौल नहीं बनाती. हमारी सरकार हवा-हवाई घोषणा नहीं करती थी. पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, कुशीनगर एयरपोर्ट और जेवर एयरपोर्ट बनाने का जो भाजपा श्रेय ले रही है, जबकि असलियत में ये सभी बसपा सरकार की योजनाए थीं.