लखनऊ. उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल और भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबी रानी मौर्य ने एक अजीबो गरीब बयान दे दिया है. वाराणसी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने महिलाओं से अपील की है कि शाम 5 बजे के बाद थाने में अकेली ना जाएं. अगर जरूरी हो तो अपने भाई, पिता या पति के साथ जाएं. बेबी रानी के इस बयान के बाद पुलिस की छवि पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं.
वाराणसी के बजरडीहा इलाके की वाल्मीकि बस्ती में शुक्रवार रात आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा, थानों पर एक महिला अधिकारी और सब इंस्पेक्टर बैठती जरूर हैं, लेकिन एक बार जरूर कहूंगी कि शाम पांच बजे अंधेरा होने के बाद थाने कभी मत जाना. अगर जरूरी हो तो अगले दिन सुबह जाना और अपने साथ भाई, पति या पिता को लेकर थाने जाना. सहभोज कार्यक्रम से पहले उन्होंने कहा, महिलाओं के लिए सरकार ने बहुत काम किया है और व्यवस्था में बदलाव भी हुआ है. उन्होंने खाद संकट पर भी अधिकारियों द्वारा गुमराह करने की बात कही. आगरा का उदाहरण देते हुए कहा कि अधिकारी गुमराह करते रहते हैं. उन्होंने कहा, मुझे एक किसान का फोन आया तो मैंने खाद के लिए अधिकारी को फोन किया.
बेबी रानी मौर्या बोलीं मेरे कहने पर अधिकारी ने कहा कि खाद मिल जाएगी मगर बाद में उसने किसान को मना कर दिया. इस तरह की बदमाशी नीचले स्तर पर होती है. उन्होंने यह भी कहा कि अगर इस तरह की शिकायत होती है, तो डीएम से शिकायत करो और मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री को पत्र लिखिए. इसके बाद वह सहभोज में शामिल हुई. इस दौरान रजनीश कन्नौजिया, संतोष कन्नौजिया सहित अन्य लोग मौजूद रहे.