नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति घोषित कर दी गई है, लेकिन इस कार्यकारिणी से पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी बाहर कर दिए गए हैं. इसके साथ ही उनकी मां बीजेपी की सीनियर लीडर मेनका गांधी भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर हैं. इसकी वजह लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में वरुण गांधी का सरकार के खिलाफ बयानबाजी करने को माना जा रहा है.
बता दें कि बीजेपी सांसद वरुण गांधी किसानों के मुद्दे पर लगातार सरकार से असहमत दिखाई दे रहे हैं. आज ही उन्होंने लखीमपुर खीरी मामले की एक वीडियो शेयर करते हुए किसानों के लिए न्याय की मांग की है. इसके पहले वरुण ने एक वीडियो शेयर कर योगी सरकार से आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की थी. इसके साथ ही वरुण गांधी ने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है.
वरुण गांधी ने आज भी लखीमपुर कांड का नया वीडियो सामने आने के बाद ट्वीट किया था. वरुण गांधी ने ट्वीटर पर लिखा था, वीडियो बिल्कुल साफ है, विरोध करने वालों की हत्या कर उन्हें खामोश नहीं किया जा सकता है. बेगुनाह किसानों का खून बहाने वालों की जवाबदेही तय होनी चाहिए. इससे पहले कि किसानों के मन में सरकार के प्रति अहंकार और क्रूरता का संदेश जाए न्याय होना चाहिए.
बता दें कि बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की घोषणा कर दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी सहित 80 नेताओं को सदस्य मनोनित किया गया है. भाजपा महासचिव अरूण सिंह की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक कार्यसमिति में 50 विशेष आमंत्रित सदस्य और 179 स्थायी आमंत्रित सदस्य (पदेन) भी होंगे, जिनमें मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, विधायक दल के नेता, पूर्व उपमुख्यमंत्री, राष्ट्रीय प्रवक्ता, राष्ट्रीय मोर्चा अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी, सह प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महामंत्री संगठन और संगठक शामिल हैं.
कार्यसमिति के मनोनीत सदस्यों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सहित कई केंद्रीय मंत्री, सांसद व वरिष्ठ नेता शामिल हैं. कार्यसमिति में पूर्व मंत्रियों हर्षवर्धन, प्रकाश जावड़ेकर और रविशंकर प्रसाद को भी जगह दी गई है. लेकिन राष्ट्रीय कार्यकारिणी से वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी का नाम नहीं है.