पीलीभीत. भाजपा के लोकसभा सदस्य वरुण गांधी न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी के लिए प्राइवेट मेंबर बिल लाएंगे. पीलीभीत से लोकसभा सदस्य वरुण गांधी ने रविवार को कहा कि एमएसपी पर कानून बनाने का समय आ गया है.
गांधी ने ट्विटर पर अपने प्राइवेट मेंबर बिल का विवरण साझा करते हुए कहा, “भारत के किसानों और उनकी सरकारों ने कृषि संकट पर, आयोगों के अंदर और बाहर लंबे समय से बहस की है. एमएसपी कानून का समय आ गया है. मैंने इसे प्रस्तुत किया है, जिसे मैं कार्यवाही योग्य कानून मानता हूं. मैं इसकी किसी भी आलोचना का स्वागत करता हूं.”
India’s farmers & her governments have long debated the agricultural crisis,in & out of commissions.The time has come for an MSP law.I’ve created & submitted to parliament what I believe to be an actionable piece of legislation.I welcome any critique of it.https://t.co/oUCRSNW0Te pic.twitter.com/BiX2AGoED4
— Varun Gandhi (@varungandhi80) December 12, 2021
वरुण गांधी के प्राइवेट मेंबर बिल में एक लाख करोड़ रुपए के वार्षिक वित्तीय परिव्यय के साथ भारत में बड़े पैमाने पर उगाई जाने वाली 22 कृषि वस्तुओं के लिए एमएसपी की गारंटीकृत प्राप्ति की परिकल्पना की गई है और कृषि वस्तुओं की सूची आवश्यकतानुसार समावेशन के लिए खुली रहेगी.
बिल में कहा गया है कि एमएसपी को उत्पादन की व्यापक लागत पर 50 प्रतिशत के लाभ मार्जिन पर निर्धारित किया गया है, जिसमें इनपुट पर वास्तविक भुगतान खर्च, अवैतनिक पारिवारिक श्रम का मूल्य, और कृषि भूमि और अचल कृषि संपत्तियों पर किराए का भुगतान शामिल है, जैसा कि स्वामीनाथन समिति (2006) में अनुशंसित है.