लखनऊ. केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों का देशभर में विरोध हो रहा है. नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर किसान देश की राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं. आज आंदोलन को 6 महीने होने पर बुधवार को किसान इस दिन को काला दिवस के रूप में मना रहे हैं. उत्तर प्रदेश के किसान भी काले झंडे दिखाकर इस दिन को रोष दिवस के रूप में मना रहे हैं. भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन ने भी काले झंडे दिखाकर इन कानूनों को काले कानून बताया.

यूनियन के लखनऊ जिला अध्यक्ष मस्त राम वर्मा ने संयुक्त किसान मोर्चा के आवाहन पर किसानों के साथ रोष दिवस मनाया. उन्होंने भारत सरकार के तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की है. किसानों ने रोष दिवस घुसकर, अमेठी, लखनऊ, गोसाईगंज और प्रदेश के कई जिलों में मनाया. भारतीय किसान श्रमिक जनशक्ति यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मान सिंह ने तीनों कानूनों को जल्द से जल्द रद्द करने की मांग की है.

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प्रदेश भर के किसानों ने अपने घराें पर काले झंडे लगा कर विरोध प्रदर्शन किया. वहीं कई लोगों ने किसानों के समर्थन में चौराहों पर केंद्र सरकार का पुतला जलाकर नाराजगी जाताई. किसानों ने घरों व ट्रैक्टरों पर काले झंडे लगाकर वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल किए हैं. किसानों का कहना है कि जब तक कृषि कानून वापस नहीं होंगे और एमएसपी पर गारंटी कानून नहीं बनेगा तब तक किसान आंदोलन खत्म नहीं करेंगे.

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