वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में महिला थाना कोतवाली की प्रभारी को एंटी करप्शन टीम ने 10 हजार की रिश्वत लेते पकड़ लिया, फिर ऑफिस से खींचकर ले गई। इस दौरान महिला इंस्पेक्टर खुद को छुड़ाने के लिए हाथ पैर मारती रही। उसने अपना धौंस भी दिखाया। लेकिन टीम ने उसे नहीं छोड़ा।
42 हजार की मांग थी रिश्वत
बताया जा रहा है कि महिला थाना की प्रभारी निरीक्षक सुमित्रा देवी ने एक मुकदमे में आरोपियों के नाम निकालने के लिए 42 हजार रुपये की मांग की थी। पीड़ित पहले ही 10 हजार रूपए दे चुका था लेकिन जब प्रभारी निरीक्षक सुमित्रा देवी की लालच बढ़ी तो उसने इसकी शिकायत एंटी करप्शन यूनिट कर दी। जिसके बाद पुलिस ने उसे केमिकल लगे नोट दे दिए और जैसे ही पैसे को सुमित्रा देवी और उनके साथ मौजूद महिला आरक्षी अर्चना ने हाथ लगाया। मौके पर मौजूद एंटी करप्शन टीम ने तुरंत दोनों को हिरासत में ले लिया।
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महिला थाना की प्रभारी निरीक्षक सुमित्रा देवी मूल रूप से प्रयागराज की रहने वाली हैं। सुमित्रा देवी 2010 बैच की महिला ऑफिसर्स हैं। 2010 से 2021 तक लखनऊ के विभिन्न थाना और चौकियों की कार्यभार संभाल चुकी है। 2 सितम्बर 2021 को लखनऊ से वाराणसी ट्रांसफर किया गया था।
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