लखनऊ. तीन तलाक की कुप्रथा के कारण सैकड़ों सालों से मुस्लिम भारतीय नारी पीडि़त थी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस कुप्रथा को समाप्त कर महिलाओं को इंसाफ दिलाने का काम किया है. हमारा दायित्व बनता है कि उन सभी बहनों को अपने साथ जोड़ें. यह बात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भाजपा महिला मोर्चा की कार्यसमिति बैठक को सम्बोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि यूपी में महिलाओं के हित में कई कार्यक्रम शुरू किए गए हैं. प्रदेश सरकार मिशन शक्ति अभियान चला रही है. इसमें महिला सुरक्षा, महिला सम्मान और महिला स्वावलम्बन को प्रमुखता दी गई है.
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की महिलाओं को पिछलग्गू बनने के बजाए नेतृत्व करने वाली बनाया. पहली बार सुप्रीम कोर्ट में तीन महिला जजों की नियुक्ति हुई. पीएम मोदी के कार्यकाल में ही सबसे अधिक महिलाओं को देश के राज्यों का राज्यपाल बनाया गया. उन्होंने कहा कि आधी आबादी का प्रतिनिधित्व कैसे किया जाए, भाजपा महिला मोर्चा को इसका आदर्श बनना चाहिए. यह बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजनीति के एजेंडे की धुरी बदलने का कार्य किया पीएम के नेतृत्व में जो कार्य देश में हो रहे हैं वह नए भारत की तस्वीर को प्रस्तुत करता है. जिसमें महिलाओं को बराबरी का हक मिला है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्वावलम्बन की ओर यदि कोई महिला अग्रसर होती है तो सिर्फ परिवार ही नहीं पूरे समाज को नेतृत्व देती है. उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में बेटियां अपने आप को सुरक्षित महसूस कर रही हैं. उन्होंने कहा कि सोचिए 2017 से पहले पश्चिम प्रदेश की क्या स्थिति थी. बेटियां स्कूल नहीं जा सकती थीं. किसी को पता नहीं था कि घर से निकलने के बाद बेटियां सुरक्षित पहुंचेंगी या नहीं. महिलाएं आज बेखौफ होकर रात में बाहर निकल रही है. महिलाओं के बजाए अब प्रदेश में अपराधी और माफिया भयभीत हैं. बेटियों और बहनों को यह सुरक्षा का वातावरण भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने उपलब्ध कराया है. इसका प्रचार-प्रचार आमजन के बीच में करना और लोगों को जोड़ने से संगठन को मजबूती मिलेगी.