लखनऊ. गति और शक्ति एक दूसरे के प्रतीक हैं. पीएम गति शक्ति इंफ्रास्टक्चर डेवलपमेंट को बढ़ाने के लिए बड़ा माध्यम बन रहा है. अभी तक जो भी इंफ्रास्टक्चर डेवलपमेंट का काम होता था वह कछुए की गति से ही चल पाता था. लेकिन यूपी सरकार ने कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के बावजूद विकास के कार्यों को रुकने नहीं दिया. पीएम गति शक्ति के माध्यम से ही पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को विषम परिस्थितियों के बावजूद रिकार्ड समय में बनाने में सफलता मिली. हमारी सरकार बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को भी दिसंबर तक चालू करने जा रही है. लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएम गति शक्ति नेशनल मास्टर कार्यक्रम के जोनल कांफ्रेस (नार्थ) में इन बातों की जानकारी दी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम गति शक्ति प्लेटफार्म को मजबूत करने के लिए प्रदेश सरकार ने पहले चरण में 16 विभाग और एजेंसियों की परियोजनाओं का एकीकरण किया जा चुका है. दूसरे चरण में 11 विभाग और एजेंसियों को एकीकृत करने के लिए गति शक्ति पोर्टल पर चिन्हित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि किसी भी प्रदेश को विकास के पथ पर ले जाने के लिए कानून व्यवस्था सबसे बड़ा माध्यम होता है. हमारी सरकार ने 2017 के बाद मजबूत कानून व्यवस्था के साथ-साथ अलग-अलग सेक्टर में निवेश के लिए अच्छी प्रणाली लागू की जिसके बेहतर परिणाम आए हैं. हमारा प्रदेश 2015-17 में इज आफ डुइंग बिजनेस में 14वें स्थान पर था आज वह इसमें दूसरे नम्बर पर पहुंच गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 में प्रदेश का वार्षिक बजट मात्र दो लाख करोड़ रुपए का था. जिसमें विकास कार्य करना कठिन था. हमारी सरकार ने तमाम उन विसंगतियों को दूर किया जो निवेश और विकास में बाधाएं थीं. हमने निवेश मित्र पोर्टल गठित किया साथ ही सिंगल विंडो प्लेटफार्म बनाया जिसके माध्यम से 340 सेवाएं दी जा रही हैं. सरकार बनने के एक वर्ष के अंदर ही पहला इनवेस्टर समिट आयोजित किया. जिसमें पांच लाख करोड़ रुपए निवेश के प्रस्ताव मिले जिसमें से तीन लाख करोड़ रुपए के प्रस्ताव जमीन पर उतारे जा चुके हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी होने के बावजूद इफ्रास्टक्चर या निर्माण कार्य को बाधित नहीं होने दिया. हमने हेल्प डेस्क बनाए कोविड केयर सेंटर भी स्थापित किए. किसी भी औद्योगिक संस्थान को बंद नहीं होने दिया. हमारे इस प्रयास से जीवन और जीविका दोनों को बचाने में मदद मिली. इस माह से हम गांव-शहर सभी जगह 24 घंटे की बिजली आपूर्ति भी शुरू करेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी से 2017 तक केवल डेढ़ एक्सप्रेस वे बने थे. लेकिन हमारी सरकार पौने पांच वर्ष में छह एक्सप्रेस वे बना रही है. 24 से 25 करोड़ की आबादी के लिए केवल दो एयरपोर्ट थे. आज हमने नौ एयरपोर्ट चालू कर दिए हैं, 11 एयरपोर्ट के निर्माण का काम चल रहा. आजमगढ़ जिसके नाम से लोग भयभीत होते थे वहां भी एयरपोर्ट बनाया जा रहा है. देश के अंदर पहला वाटर वे के जरिए वाराणसी से हल्दिया को जोड़ा जा चुका है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जेवर में हम नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बना रहे हैं. यह वह जगह है जहां पर सात-आठ साल पहले भट्ठा परसौल में किसानों को मारा गया था. वहीं हमने जमीन अधिग्रहण करके इसका निर्माण सभी की सहमति से बनाने जा रहे है.