कानपुर. कंप्यूटर की जानकारी रखने वाली 16 वर्षीय एक लड़की का कार सवार लोगों ने अपहरण कर लिया और उसे बंधक बनाए रखा. अपहृत लड़की अपने परिवार को जीपीएस लोकेशन भेजने में कामयाब रही. इससे पुलिस को उसे छुड़ाने में मदद मिली. कार सवार लोगों ने राह चलती लड़की को वाहन के अंदर खींच लिया, उसे कुछ इंजेक्शन लगाया, जिसके बाद वह होश खो बैठी. उसे शनिवार को रावतपुर क्षेत्र के मथुरा नगर के एक घर में बंधक बना लिया गया.

होश आने पर लड़की ने अपने परिवार को अपहरण की सूचना देते हुए जीपीएस लोकेशन भेज दी. पुलिस ने उस घर पर छापेमारी कर लड़की को सुरक्षित छुड़ा लिया. आरोपी और उसके तीन दोस्त, जिनमें से दो नाबालिग हैं, भाग गए. मगर बाद में पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया. माटी की रहने वाली 16 साल की किशोरी एनिमेशन का कोर्स कर रही है. उसकी मां ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी इंस्टाग्राम पर एक किशोरी के संपर्क में आई थी और उसने उसे मोतीझील में मिलने के लिए कहा था, लेकिन उसने मना कर दिया था.

एक लड़का दो किशोरियों के साथ इस लड़की से मिलने इसके घर आया और कुछ देर वहीं रहने के बाद वह चला गया. शनिवार की शाम छात्रा कंप्यूटर इंस्टीट्यूट में क्लास अटेंड करने जा रही थी तो उसने बिना नंबर प्लेट की एक सफेद कार को पीछा करते देखा. उसे शक हुआ. कुछ देर बाद कार उसके सामने रुकी और उसमें सवार लोग उसे घसीटते हुए अंदर ले गए, कुछ इंजेक्शन दिए और कार को तेजी से भगा ले गए.

होश आने पर लड़की ने खुद को एक कमरे में बंद पाया. उसने अपना मोबाइल फोन निकाला जो अंदर की जेब में रखा था और पहले अपना जीपीएस लोकेशन व्हाट्सएप के जरिए अपनी मां को भेजा और फिर फोन करके बताया कि क्या हुआ और किस तरह वह मुश्किल में है. उसके परिवार, रिश्तेदारों और पुलिस ने रावतपुर के मथुरा नगर में एक घर में उसके लोकेशन का पता लगाया और उसे सुरक्षित बचा लिया.

दो नाबालिग लड़कियों और एक लड़के, सौरभ शर्मा उर्फ रामजी को बाद में पुलिस ने हिरासत में ले लिया. आरोपी के खिलाफ संबंधित आईपीसी की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है और लड़की का बयान भी दर्ज किया गया है. एसीपी नजीराबाद संतोष कुमार सिंह ने कहा, “हिरासत में आई लड़कियों से उनके बयान दर्ज कर पूछताछ की जाएगी, ताकि यह पता चल सके कि अपहरण का मकसद क्या था.”