लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ड्रेस कारोबारी मोहित पांडे की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई. मोहित को मामूली विवाद के मामले में चिनहट थाने की पुलिस ने पकड़ा था. परिवार ने हवालात में थर्ड डिग्री का आरोप लगाया. पुलिस ने इंस्पेक्टर अश्वनी चतुर्वेदी सहित कई पुलिस वालों पर FIR दर्ज की है.
परिजनों का आरोप है कि थाने में उसे टॉर्चर किया गया, पिटाई की गई. जिसकी वजह से मोहित पांडेय की मौत हो गई. मृतक के चाचा ने बताया कि कैसे लखनऊ पुलिस ने अपनी हिरासत में उसे टॉर्चर किया है.
भाई ने बताया कि उसके भाई को बहुत टार्चर किया गया है. रात में उसकी पिटाई की गई है. किन पुलिसकर्मियों ने मारा है उनकी शक्ल देखकर पहचान कर सकते हैं. रात में ही भाई ने कहा कि उसकी तबीयत खराब हैं, लेकिन पुलिस वालों ने उसे गालियां दी. आरोप है कि पुलिस लॉकअप में भाई की मौत हुई हैं. पुलिसकर्मियों ने परिवार से बात भी नहीं कराने दी.
प्यासा था भाई, पुलिस ने नहीं दिया पानी
मोहित ने भाई शोभाराम पांडेय से बताया था कि उसे पीटा गया है. काफी टॉर्चर किया गया है. इसे प्यास लगा थी. वह 15 मिनट से पानी मांग रहा था. लेकिन, किसी ने उसे पानी नहीं पिलाया. उसे लैटरिंग लगी थी, लेकिन पुलिसवालों ने गेट नहीं खोला इसके बाद तड़पकर हमारे की भाई की मौत हो गई.
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किसी नेता के कहने पर पिटाई का आरोप
चाचा रामदेश पाण्डेय का आरोप है कि मारपीट के मामले में शुक्रवार को चिनहट थाना पुलिस ने मोहित पाण्डेय (32) और उसके भाई शोभाराम को हिरासत में लिया था. रात भर पुलिस हवालत में रखा. शनिवार की सुबह उसकी तबीयत बिगड़ी और पुलिस कर्मियों ने लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. रामदेश पाण्डेय के मुताबिक, मामला देवा रोड का है, जहां मारपीट हुई थी. जिसमें दफा 151 में मोहित को लेकर आए थे कोई नेता आया है जिसके कहने पर बुरी तरह मरवाया गया.
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