लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को निरन्तर प्रभावी बनाए रखने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का पूर्णतया पालन सुनिश्चित कराया जाए. उन्होंने ट्रेसिंग और टेस्टिंग का कार्य सतत जारी रखने के निर्देश दिए हैं.

मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे. बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घंटों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 06 नए मामले सामने आए हैं. इस अवधि में 07 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया. वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 91 है.
मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि जनपद अमेठी, अमरोहा, अयोध्या, आजमगढ़, बदायूं, बागपत, बलरामपुर, बांदा, बाराबंकी, बरेली, बस्ती, भदोही, बिजनौर, बुलन्दशहर, चंदौली, चित्रकूट, एटा, इटावा, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गोण्डा, हमीरपुर, हरदोई, हाथरस, जौनपुर, झांसी, कासगंज, कौशाम्बी, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, महोबा, मैनपुरी, मऊ, मुरादाबाद, पीलीभीत, प्रतापगढ़, रामपुर, शाहजहांपुर, शामली, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, सीतापुर, सोनभद्र तथा सुलतानपुर में कोविड का एक भी मरीज नहीं है. प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर 98.7 प्रतिशत है. पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में 01 लाख 35 हजार 398 कोरोना टेस्ट किए गए. अब तक राज्य में 08 करोड़ 68 लाख 75 हजार 102 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड टीकाकरण को और तेज करने के प्रभावी प्रयास किए जाएं. इसके लिए घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया जाए. लक्षित आयु वर्ग के जिन लोगों ने अभी तक टीके की खुराक नहीं ली है, उन्हें वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया जाए. उन्होंने कहा कि दिव्यांग, निराश्रित तथा वृद्धजनों से सम्पर्क कर उनका टीकाकरण कराएं. उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी, ग्राम प्रधानों व पार्षदों का सहयोग लें.

बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि राज्य में गत दिवस तक 15 करोड़ 34 लाख 89 हजार से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी हैं. 04 करोड़ 55 लाख 53 हजार से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज देकर कोविड सुरक्षा कवच प्रदान किया जा चुका है. 10 करोड़ 79 लाख 35 हजार से अधिक लोगों ने कोविड वैक्सीन की पहली डोज प्राप्त कर ली है. यह संख्या टीकाकरण के लिए पात्र प्रदेश की कुल आबादी की 73.21 प्रतिशत है. मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि प्रदेश में अब तक 522 आक्सीजन प्लाण्ट क्रियाशील किये जा चुके हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार आमजन को बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है. इसके दृष्टिगत प्रदेश के 16 जनपदों में पीपीपी मोड पर मेडिकल काॅलेज संचालित किये जाएंगे. उन्होंने कहा कि पीपीपी मोड पर इन जनपदों में मेडिकल काॅलेजों के संचालन के सम्बन्ध में ज्यादा से ज्यादा लोग आवेदन कर सकें, इसके लिए नियमों का सरलीकरण किया जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है. वर्षों बाद उत्तर प्रदेश में 05 हजार नवीन स्वास्थ्य उपकेन्द्र स्थापित किये जा रहे हैं. इससे ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को सुगमतापूर्वक चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त होंगी. उन्होंने निर्देशित किया कि स्वास्थ्य विभाग इन सभी केन्द्रों पर चिकित्सीय उपकरण, प्रशिक्षित चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ की व्यवस्था सुनिश्चित करे. उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाइज काॅरपोरेशन सभी सरकारी अस्पतालों में समस्त आवश्यक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करे.

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी क्रय केन्द्रों पर पूरी पारदर्शिता के साथ धान खरीद की जाए. यह सुनिश्चित किया जाए कि किसान को अपनी उपज बेचने में कोई असुविधा न हो. अधिकारियों द्वारा धान खरीद प्रक्रिया की गहन माॅनिटरिंग की जाए। जिलाधिकारी धान क्रय केन्द्रों का नियमित तौर पर निरीक्षण करें. किसानों को उनकी उपज का समय से भुगतान सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने निर्देश दिए कि कृषि उत्पादन आयुक्त शासन स्तर से धान क्रय, निराश्रित गो-आश्रय स्थल और खाद आपूर्ति के सम्बन्ध में नियमित समीक्षा करें.