लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को सरकार के मिशन रोजगार के तहत लोक भवन में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा-2019 में चयनित उपजिलाधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया. लोक भवन में कुल 49 उपजिलाधिकारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया. इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में योग्यता क्षमता और निष्पक्षता के साथ भर्ती कर रहे है. सभी नागरिकों को न्याय मिले ये आपका दायित्व होगा. भारतीय प्रशासनिक सेवा की रीढ़ प्रादेशिक सेवाएं होती हैं.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने 2019-20 के नवचयनित पीसीएस अभ्यर्थियों को बधाई दी. यूपी लोक सेवा आयोग को समयबद्ध ढंग से पूरी करने के लिए भी बधाई दी. सीएम योगी ने कहा कि पहले यूपी की चयन प्रक्रिया कलंकित थी. कई नियुक्तियों को न्यायालय को जांच का आदेश देना पड़ा था. पिछली सरकारों की शरारत का भुगतभोगी युवा होता था. भर्तियों में भाई-भतीजावाद हावी था. आज यूपी में सभी नियुक्ति पारदर्शिता के साथ हो रही है. हमारी कोई भी चयन प्रक्रिया न्यायालय में लंबित नहीं है. सीएम योगी ने कहा कि किसी भी बाहरी व्यक्ति को प्रक्रिया में हस्तक्षेप का मौका नहीं मिलना चाहिए. आज पूरी ईमानदारी और पारदर्शी तरीके से नियुक्ति हो रही है. पहले नियुक्ति में अनिर्णय और अव्यवस्था थी.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासनिक अनिर्णय का शिकार आम आदमी होता है. किसी प्रकार की अव्यवस्था और दुर्व्यवस्था नहीं होनी चाहिए. सभी को न्याय मिलना चाहिए. न्याय आपकी कार्यपद्धति से झलकना चाहिए. हम समाज के लिए समस्या न बने समाज की समस्या सुलझाएं. सीएम योगी ने कहा कि मैं कही भी रहूं जनता दर्शन करता हूं. मैं मुख्यमंत्री हूं मेरे पास बहुत काम हैं, लेकिन मैं लोगों से मिलता हूं. यह कार्य हर एक अफसर करे तो समस्याएं खत्म हो जाएंगी. गलत काम का भंडाफोड़ जरूर होता है. गलत काम का परिणाम सस्पेंशन और बर्खास्तगी तक होता है.

लोकभवन में इस कार्यक्रम में उप जिलाधिकारी के पद पर चयनित 49 अभ्यर्थी मौजूद थे. जिनमें से दस को मुख्यमंत्री ने खुद नियुक्ति पत्र वितरित किए. उन्होंने चयनित अभ्यर्थियों से कहा कि देश के सबसे बड़े राज्य एवं सबसे बड़ी प्रशासनिक व्यवस्था का हिस्सा बनने के लिए उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा नव-चयनित सभी अधिकारियों को हृदय से बधाई देता हूं, उनका अभिनंदन करता हूं.