प्रेम कौशिक, मथुरा. उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मथुरा पहुंचे. मथुरा के वेटरनरी विश्वविद्यालय के हेलीपैड पर सीएम योगी का हेलीकॉप्टर उतरा. जहां उन्होंने पहले लंच किया. इस दौरान उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा और अन्य जनप्रतिनिधियों ने सीएम योगी का स्वागत किया.
इसके बाद सीएम योगी इंटीग्रेटेड कोविड-19 सेंटर का निरीक्षण करने के लिए मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण कार्यालय पहुंचे. जहां योगी आदित्यनाथ ने कोविड-कमांड सेंटर का निरीक्षण किया और वहां पर मौजूद अधिकारियों से जानकारी ली. उन्होंने जाना कि प्रतिदिन कितनी कॉल आती है और किस तरीके से कोविड-मरीज को एंबुलेंस और अन्य सुविधाएं मुहैया कराते हैं.
कोविड़ सेंटर निरक्षण के बाद सीएम योगी पत्रकारों से मुखातिब हुए. इसके बाद सीएम योगी ने कोविड-पॉजिटिव होम आइसोलेट मरीज माहेश्वरी के घर के पास कंटेंटमेंट जॉन पहुंचकर अधिकारियों से स्थिति जानी. पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार सवा दो लाख से लेकर ढाई लाख टेस्ट प्रतिदिन कर रहे हैं. इस टेस्ट की क्षमता मार्च तक प्रदेश के अंदर सवा लाख से डेढ़ लाख तक थी हमने मार्च के बाद टेस्टिंग को बढ़ाया है.
सुरक्षा कवच के लिए टीकाकरण अभियान जोरों पर
सीएम ने कहा कि प्रदेश के अंदर क्या देश के अंदर जो फर्स्ट वेव चली थी. फर्स्ट वेब के समय संक्रमण था, लेकिन इतना तीव्र नहीं था. लोग लेवल वन लेवल 2 लेवल 3 में लोग लेवल 1 में ही ठीक हो जा रहे थे. ऑक्सीजन की आवश्यकता इतनी नहीं थी, लेकिन सेकंड वेव में ऑक्सीजन की मांग बढ़ी है. सुरक्षा कवच के लिए टीकाकरण अभियान जोरों से चलाया जा रहा है. ग्लोबल टेंडर भी जारी किया है.
मथुरा-वृंदावन में 6000 से भी अधिक युवाओं को टीका
मुख्यमंत्री ने कहा कि मथुरा में भी 18 प्लस का टीकाकरण का कार्यक्रम प्रारंभ हो चुका है. प्रदेश में 265700 से अधिक युवाओं को भी टीकाकरण से जुड़ा है और मथुरा-वृंदावन के अंदर भी 6000 से भी अधिक युवाओं को टीका लग चुका है. अलग-अलग जनपदों को 20,000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए हैं.
लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता
सीएम योगी ने कहा कि आज मैं भगवान श्रीकृष्ण की पावन भूमि पर आया हूं. जिला अस्पताल निरीक्षण किया. कोविड-मरीजों से मुलाकात की है. डॉक्टरों की ऑब्जरवेशन में उनका इलाज चल रहा है. उन्होंने कहा कि यह एक महामारी है. इसे सामान्य फ्लू मानने की भूल नहीं करनी चाहिए. बीमारी में बचाव सर्वोत्तम उपाय है. अगर बीमारी हो जाती है तो उसे छुपाए नहीं उसकी टेस्टिंग कराएं और इलाज कराएं. उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है.
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प्रोटोकॉल का करें पालन
मुख्यमंत्री ने कहा कि महामारी के खिलाफ सामूहिक रूप से लड़ना पड़ेगा. कोई भी ऐसी बात ना करें, जो हेल्थ वर्कर के मनोबल को तोड़े. कोरोनावायरस के मनोबल को कम करें, जो लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं, जो लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं, उन्हें हतोत्साहित करें.
अपने स्वार्थ के लिए और चर्चाओं में बने रहने के लिए लोग जब जिम्मेदार पदों पर बैठकर ऐसी हरकतें करते हैं. यह पूरे अभियान को कमजोर करने की चेष्टा होती है इसे हर हाल में रोकने की आवश्यकता है. दूसरा सभी लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है. हाई रिस्क से जुड़े जो लोग हैं घर से बाहर ना निकले. प्रोटोकॉल का पालन करें.
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