लखनऊ. यूपी में अगस्त महीने में आफत की बाढ़ देखने को मिल रही है. बाढ़ प्रभावित 12 जनपदों में राहत कार्य युद्धस्तर पर काम किए जा रहे हैं. सीएम योगी ने बाढ़ से निपटने के लिए 11 मंत्रियों की टीम बनाई है. जो बाढ़ प्रभावित जिलों की 24×7 निगरानी करेंगे. योगी सरकार के मंत्री जनता तक सहायता पहुंचाने का काम जिम्मा संभालेंगे. इतना ही नहीं सीएम योगी ने डीएम, एसपी समेत सभी अधिकारियों को 24 घंटे फील्ड में रहने के निर्देश दिए हैं. लोगों की मदद के लिए SDRF, NDRF, PAC, बाढ़ चौकियां और गोताखोर फील्ड में सक्रिय हैं.

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बता दें कि जल निकासी, राहत शिविर, चिकित्सा, पशुधन सुरक्षा और फसल क्षति पर तत्काल सहायता सुनिश्चित की जा रही है. साथ ही तटबंधों की सतत निगरानी जारी है. सभी बाढ़ प्रभावित जनपदों के प्रभारी मंत्रियों को तत्काल जिलों का दौरा, राहत शिविरों का निरीक्षण एवं प्रभावित परिवारों से सीधे संवाद स्थापित कर जमीनी स्थिति की समीक्षा के लिए सीएम योगी ने निर्देशित किया है.

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सीएम योगी ने कहा, बाढ़ के समय राहत और बचाव के लिए बेहतर कोऑर्डिनेशन और क्विक एक्शन जरूरी है. जन-धन की सुरक्षा सर्वोपरि है. सभी जनपद अलर्ट मोड में रहें. सभी मंत्रीगण फील्ड में उतरें और आमजन की सुरक्षा, सुविधा और सहायता सुनिश्चित करें. बाढ़ के बीच बीमारी बढ़ती है, ऐसे में राहत शिविरों के लिए स्वास्थ्य टीम गठित करें. पशुओं का भी ध्यान रखें.

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सीएम योगी ने ये भी निर्देश दिए हैं कि किसानों की चिंता को प्राथमिकता पर रखें. किसी भी स्थिति में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. हर नागरिक तक मदद पहुंचाई जाए. प्रभावित गांवों में खाद्यान्न, दवाएं, पेयजल, पशु चारा और अन्य आवश्यक वस्तुओं का वितरण जारी है. सरकार का हर प्रतिनिधि, हर कर्मचारी और हर संसाधन इस आपदा की घड़ी में प्रदेशवासियों के साथ है.