विक्रम मिश्र, अयोध्या. सीएमओ डॉ. संजय जैन के निर्देश पर गठित टीम द्वारा रुदौली क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में संचालित नर्सिंग होम, क्लीनिक ,अल्ट्रासाउंड और पैथालॉजी सेंटरों की जांच की गई. हैरत की बात ये है कि सीएमओ की ओर से जांच के लिए गठित चिकित्सकों की टीम का पत्र पहले ही व्हाट्सएप ग्रुपों में देखा जा रहा है. पत्र वायरल हो जाने के कारण अवैध संचालक पहले से अलर्ट हो गए और दुकानों में ताला लगाकर दिनभर अधिकारियों का लोकेशन ट्रेस करते रहे.

पहली टीम में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. डीके शर्मा के साथ एआरओ प्रवीण त्रिपाठी को रुदौली अमानीगंज रोड़ पर संचालित केंद्रों की जांच सौंपी गई. वहीं उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वेद प्रकाश त्रिपाठी और कनिष्ठ सहायक बृजेश रावत को रुदौली शुजागंज रोड़ के केंद्रों की जांच सौंपी गई. इसके अलावा कुष्ठ रोग प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. राममणि शुक्ल और वरिष्ठ सहायक विवेक मिश्र को रौजागांव से रुदौली रोड, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. राजेश चौधरी समेत इपीडिमियोलॉजिस्ट डॉ. अरविंद श्रीवास्तव को सीएचसी रुदौली के आसपास स्थित वैध और अवैध नर्सिंग होम, क्लिनिक व पैथोलॉजी और अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच कर रिपोर्ट सीएमओ को सौंपने का आदेश जारी हुआ था.

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ताज्जुब की बात ये है कि पत्र जारी होने के बाद से ही यह रुदौली में तेजी से वायरल हो गया. ऐसे में अवैध संचालकों ने अपना शटर गिराकर ताला लगा दिया और दिनभर अधिकारियों की राह ताकते रहे. जैसे ही अधिकारियों की टीम रुदौली पहुंची तो लोग सतर्क हो गए और अधिकारियों की लोकेशन लेते रहे. हालांकि अधिकारियों की टीम ने मवई क्षेत्र के होलूपुर में एक बंगाली डॉक्टर को पकड़ा. लेकिन इसकी पुष्टि कोई भी अधिकारी नहीं कर रहा है. चर्चा है कि मामले में कुछ गोलमाल हुआ है.

इस संबंध में सीएमओ डॉ संजय जैन ने बताया कि टीम ने रुदौली क्षेत्र के लगभग 20-22 सेंटरों का निरीक्षण किया है. जिन सेंटरों पर कमी पाई गई है एक-दो दिन में नोटिस भी जारी की जाएगी. जिन सेंटरों के संचालको को कागज दिखाने के लिए दो-तीन दिन का समय दिया गया है, कागजात नहीं दिखा पाने पर कार्रवाई की जाएगी.