गाजियाबाद. कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. गाजियाबाद विकास प्राधिकरण जीडीए के एक जेई समेत एक दर्जन से अधिक लोगों की कोरोना से मौत हो गई. वहीं माना जा रहा है कि कोरोना पर नियंत्रण के नाम पर औपचारिकता बरती जा रही है. अभी तक हिंडनपार की आसमान छूती इमारतों में सर्वे की पहल आरंभ नहीं की गई है.
बताते है कि यदि सही मायने मे सर्वे घर-घर हो तो निश्चित तौर से हालात का खुलासा होना तय है. पिछली बार तो सर्वे में मेडिकल स्टूडेंट मिल गए थे, लेकिन अब वह आगे आने वाल नहीं है. चूंकि मेडिकल स्टूडेंट को किसी तरह का मानदेय नहीं दिया गया. जीडीए के अवर अभियंता नरेंद्र कुमार की कोरोना से मौत हो गई. नरेंद्र कुमार को एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था. इसके अलावा जीडीए के सुपरबाइजर ओमप्रकाश की पत्नी की कोरोना से मौत हो गई.
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दूसरी तरफ वरिष्ठ पत्रकार विनय संकोची की पत्नी की भी कोरोना ने जान ले ली. एक निजी अखबार चलाने वाले ललित शर्मा के पिता और मुरादनगर से रासिद की भांजी की मौत हो गई. कोरोना पर कंट्रोल के नाम पर औपचारिकता की जा रही है. अभी तक जिले का स्वास्थ्य विभाग लाइनपार एवं हिंडनपार के क्षेत्र में स्वास्थ्य ढांचा नहीं खडा कर पाया है. हिंडनपार के वैशाली सेक्टर एक में दो कमरे के मकान में स्वास्थ्य केंद्र बनाया गया है. केवल एक महिला डाक्टर समेत आठ स्टाफ की तैनाती की गई है. जो लोग कोरोना की जांच अथवा कोरोना का टीका लगवाने पहुंचते है उन्हें गर्मी के बीच खुले आकाश के नीचे नंबर आने का इंतजार करना पड़ता है. हालांकि कौशांबी से पार्षद मनोज गोयल ने कहा कि स्वास्थ्य केंद्र के आस-पास शेड का निर्माण कराए जाने का शासन से आग्रह किया गया है.
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