बाराबंकी. देवा थानाक्षेत्र में एक कलयुगी चचेरी चाची ने अपने मासूम 3 वर्षीय भतीजे के मुहं में कपड़ा ठूसकर उसकी हत्या करके घर के कमरे खोदकर गाड़ दिया. बच्चे के गुमशुदा होने के बाद पीड़ित परिजनों ने देवा थाने में बच्चे की गुमशुदगी दर्ज करवाकर खोजबीन जारी रखी, लेकिन मासूम जीवित होगा तभी तो मिलेगा. गायब हुए बच्चे के पिता ने घर के पड़ोस में रहने वाली बच्चे की चचेरी चाची पर बच्चे को गायब करने का शक जताया तो मौके पर पंहुची देवा पुलिस आरोपी चाची के ऊपर बच्चे के बारे सख्ती से पूछताछ की तो फिर भी चाची ने जानकारी होने से मना कर दिया. उसके बाद पुलिस की अधिक सख्ती पर चाची टूट गई और अपना गुनाह कबूल करते हुए बता दिया कि मुझे इनके परिवार से इतनी नफरत हो गई थी कि कोई नहीं मिला तो इनके बेटे घर मे बुलाकर उसके मुंह मे कपड़ा ठूसकर उसकी गर्दन को दाब कर मौत के घाट उतार दिया और जब उसके प्राण निकल गए मैने उसे घर के कमरे गड्ढा खोदकर उसी में गाड़ दिया.

देवा थानाक्षेत्र के ग्राम तिगुरजी मजरे टीपहार निवासी बच्छराज यादव का तीन वर्षीय बेटा जो 14 सितंबर को घर के बाहर खेलते-खेलते गायब हो गया, जिसको उसकी चचेरी चाची केतकी उर्फ मीरा ने बहला-फुसलाकर अपने घर मे बुलाया और उसकी गर्दन दाबकर मौत के घाट उतार दिया. क्योंकि बच्चे की सगी चाची का मंगलसूत्र बीते दिनों घर से इसी चाची ने चुरा लिया था और उसको गांव के पास ही स्थित खेवली बाजार में एक ज्वैलर्स के यहां कुछ रुपयों में बेच दिया था और चुपचाप घर मे बैठ गई थी. जब उस मंगलसूत्र की घर मे तलाश शुरू हुई तो किसी के पास नहीं मिला. बल्कि चोरी गए मंगलसूत्र के बारे बच्चे का पिता बच्छराज पता लगाने के लिये उसी जौहरी की दुकान पर गया तो उसने बताया कि ये उस महिला से हमने खरीदा है और इसके बाद पूरा खुलासा हो गया और उसी बात को लेकर आरोपी महिला केतकी उर्फ मीरा बच्छराज के परिवार से दुश्मनी मानने लगी और इसी बीच बच्छराज का 3 वर्षीय मासूम बेटा नहाकर खेलने के लिए घर के बाहर निकला और अपने घर के पड़ोस में रहने वाले चाचा के घर के सामने खेलते-खेलते पहुंच गया. इसपर पहले से रंजिश मानने वाली चाची ने अपने पिता के संग मिलकर बच्चे को घर के अंदर बुलाकर बच्चे की गर्दन को दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया. उसकी आवाज किसी के कानों तक न पहुंचे इसलिए गर्दन दबाने के दौरान बच्चे के मुंह मे कपड़ा ठूस दिया और मासूम की मौत हो गई.

बच्चे की मौत होने के बाद केतकी ने अपने पिता के संग मिलकर कमरे में खुदाई करके उसे दफना दिया. जिससे कोई भी शक न कर सके और बच्चे के गुमशुदा होने पर उसकी जानकारी होने से अनजान बनने लगी. वहीं पीड़ित पिता ने अपने बच्चे की गुमशुदगी देवा थाने में दर्ज करवाई और खोजबीन जारी रखी. उसके बाद पीड़ित पिता उसी महिला पर शक जताया और उसी के घर मंगलवार की रात पंहुची देवा पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तो वो टूट गई और कहा कि मैं तो इनके परिवार से इतनी दुश्मनी मानने लगी थी. कोई मुझे बिल्कुल इनके परिवार का पसन्द नहीं आता था. उसके इस खुलासे के बाद देवा पुलिस ने महिला को उसके पिता व एक दूसरे व्यक्ति के साथ गिरफ्तार कर लिया. वहीं महिला का पति मौके से फरार होने में सफल रहा.

एडिशनल एसपी उत्तरी डॉ. अवधेश सिंह ने बताया कि महिला, उसके पिता और एक अन्य साथी सर्बजीत यादव को हत्या व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया है. जबकि आरोपी महिला केतकी का पति प्रदीप यादव मौके से फरार है. वहीं मंगलवार की रात बच्चे का शव मिलने के बाद सीओ सिटी सीमा यादव भी घटनास्थल का दौरा किया है.