महोबा. आगामी 2022 के चुनाव में राजनीतिक जमीन को मजबूत बनाने के लिए प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव दो दिवसीय दौरे पर महोबा में है. शहर में जैसे ही शिवपाल का सामाजिक परिवर्तन रथ निकला लोगों का हुजूम और भीड़ इकट्ठा हो गई. उनके समर्थकों द्वारा शिवपाल यादव जिंदाबाद के नारे लगाते हुए जगह-जगह स्वागत किया गया. इस दौरान शिवपाल यादव ने रथ के ऊपर चढ़कर कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार करते हुए बीजेपी सरकार पर जमकर भड़ास निकाली. समाजवादी पार्टी से गठबंधन की इच्छा शिवपाल ने जताई है. इस दौरान पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि महोबा में सत्ता पक्ष द्वारा उनके पदाधिकारी छत्रपाल पर फर्जी मुकदमा लिखवाया गया और प्रताड़ित किया गया. शिवपाल यादव ने बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए समाजवादी पार्टी और अन्य सेकुलर दलों को साथ आने की बात कही है.

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ने महोबा पहुंचकर अपने सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा से शहर में भ्रमण किया. शहर में निकलते ही उनके समर्थकों में खासा जोश देखने को मिला. बड़ी तादाद में उनके समर्थकों ने जगह-जगह रुककर उनका स्वागत किया है. शहर के एक होटल में शिवपाल यादव ने पत्रकारों से भी वार्ता की. उन्होंने कहा कि महोबा का सबसे बड़ा क्रेशर उद्योग बीजेपी सरकार की नीतियों के चलते चौपट हो गया, पूर्व में 400 से अधिक क्रेशर प्लांट यहां संचालित थे, जिसमें बड़ी तादाद में मजदूरों को काम मिलता था, लेकिन वर्तमान में सिमटकर अब सिर्फ 70 क्रेशर प्लांट ही रह गए है. क्रेशर उद्योग को फिर से गति देने के लिए यह मुद्दा विधानसभा में भी उठाया जाएगा और यदि हम सरकार में आएंगे तो नई नीति बनाकर इस उद्योग को गति देंगे. इस सरकार में कोई भी खुश नहीं है, ऐसे में सरकार को हटाने के लिए ही सामाजिक परिवर्तन यात्रा निकाली गई है.

समाजवादी पार्टी से गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि दो साल से वह खुद सपा से गठबंधन का प्रयास कर रहे हैं, सभी सेकुलर दल खासकर सपा सहित अन्य दलों से शिवपाल यादव ने गठबंधन की बात कही है. उन्होंने इस दौरान कहा कि बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिए सेकुलर दलों को एक होना होगा. जिसको लेकर समाजवादी पार्टी से गठबंधन करना चाहते हैं. अखिलेश से कभी कभी फोन में बात होती है लेकिन अभी तक गठबंधन को लेकर कोई बात नहीं बन पाई है. मैं सपा पार्टी से खुद नहीं अलग हुआ बल्कि मुझे पार्टी से अलग किया गया है. असदुद्दीन ओवैसी से गठबंधन के सवाल में शिवपाल यादव ने कहा कि वह भी पार्टी है और असदुद्दीन ओवेसी बड़े नेता है मेरी प्राथमिकता समाजवादी पार्टी है यदि वो साथ नहीं आती तो फिर आगे इस पर निर्णय लेने के लिए हम तैयार रहेंगे.