शामली. उत्तर प्रदेश के शामली जिले में 5 और 7 साल की उम्र के दो लड़कों की उस समय करंट लगने से मौत हो गई, जब उन्होंने गलती से पंखे की जीवित (खुली) तार को छू लिया. भंडोरा गांव में घटना के समय लड़के, (जो चचेरे भाई थे) घर पर अकेले थे.

उनके माता-पिता, (जो दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करते हैं) जब यह हादसा हुआ, तब वे काम पर गए थे. परिजन जब घर लौटे तो दोनों बच्चों को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. शामली एएसपी ओपी सिंह ने कहा, “जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो माता-पिता ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया. उन्होंने शवों का अंतिम संस्कार किया.”

इसे भी पढ़ें – 13 साल के नाबालिग की हत्याः स्कूल से लौटते वक्त 60 साल के बुजुर्ग ने दिया वारदात को अंजाम, खुद भी आया करेंट की चपेट में, अस्पताल में भर्ती

इस बीच, ग्राम प्रधान अमित शर्मा ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों द्वारा बच्चों को मृत घोषित करने के बाद भी, उनके माता-पिता ने लगभग दो घंटे तक शवों को इस उम्मीद से मिट्टी में नहीं दफनाया कि वे फिर जिंदा हो जाएंगे.

छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक 
मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
दिल्ली की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक