प्रयागराज. महाकुंभ-2025 (Maha Kumbh 2025) की तैयारियां शुरु हो चुकी है. त्रिवेणी के पावन तट पर जनवरी 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ के लिए योगी सरकार सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है. जिसके तहत इस बार कई नए और आधुनिक उपाय किए जा रहे हैं, जिससे श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके. इसमें अंडर वाटर ड्रोन, वाटर स्कूटर ब्रिगेड जैसी सुविधाएं होंगी. आइए जानते हैं इस बार महाकुंभ में क्या-क्या व्यवस्थाएं होंगी-
अंडर वाटर ड्रोन और सोनार: जल क्षेत्र की निगरानी के लिए पहली बार अंडर वाटर ड्रोन का उपयोग किया जाएगा. इसके अलावा, सोनार तकनीक से पानी के नीचे की स्थिति की जांच की जाएगी.
डीप वाटर बैरिकेडिंग: घाटों के विस्तार के कारण, नदियों में आठ किलोमीटर लंबी डीप वाटर बैरिकेटिंग का निर्माण किया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं की सुरक्षा बढ़ेगी.
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वाटर स्कूटर ब्रिगेड: त्वरित सहायता के लिए पहली बार वाटर स्कूटर ब्रिगेड का गठन किया गया है. जिसमें 25 वाटर स्कूटर होंगे. ये ब्रिगेड तुरंत किसी भी आकस्मिक घटना के लिए मौके पर पहुंच सकेगी.
फ्लोटिंग रेस्क्यू स्टेशन: संगम और वीआईपी घाट पर दो फ्लोटिंग रेस्क्यू स्टेशन बनाए जाएंगे, जहां प्राथमिक उपचार और अन्य आवश्यक उपकरण उपलब्ध होंगे. इन उपायों के साथ सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हैं ताकि श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुखद अनुभव मिल सके.
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बता दें कि महाकुंभ-2025 (Maha Kumbh 2025) के आयोजन के लिए 4 महीने से भी कम समय बचा है. जिसे देखते हुए शासन-प्रशासन युद्ध स्तर पर तैयारियों में जुट गया है. राज्य पर्यटन विकास निगम (यूपीएसटीडीसी) सुविधाएं विकसित करने में जुटा हुआ है. इसी कड़ी में निगम संगम तट पर अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस टेंट सिटी (Tent City) बसाने का प्लानिंग में है.
साधु-संतों के लिए जारी होगा आई कार्ड
वहीं इस बार कुंभ में आने वाले साधु-संतों के लिए भी आई कार्ड की व्यवस्था होगी. महाकुंभ 2025 (Maha Kumbh 2025) में अब अखाड़े के साधु-संतों के लिए आईकार्ड (i Card) जारी होगा. देश भर के सभी 13 अखाड़ों के साधु-संतों के लिए आईकार्ड जारी होगा. नकली साधु-संतों से अपनी अलग पहचान करने के लिए अखाड़ों ने खुद ही ये अहम निर्णय लिया है. इन परिचय पत्रों में साधु-संतों का नाम- पता, मोबाइल नंबर और उनका अखाड़े में पद का ब्योरा होगा. इसे अखाड़े के उच्च पदाधिकारी जारी करेंगे.
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