देवरिया. भाजपा सरकार के विकास के झूठे और खोखले दावों ने एक साल की मासूम बच्ची की जान ले ली है. इसका जिम्मेदार और कोई नहीं, बल्कि रेलवे का फेल सिस्टम और खुद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव हैं. अगर ट्रेन 11 घंटे लेट न होती तो एक मां की गोद में उसकी मासूम बच्ची दम न तोड़ती. बच्ची की मौत ने दम तोड़ते सिस्टम की दम तोड़ती व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है.
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बता दें कि बरौनी से नई दिल्ली तक चलने वाली गाड़ी संख्या (02563) हमसफर एक्सप्रेस में एक दंपत्ति ने देवरिया से टिकट लिया था. जो कि देवर स्टेशन पूरे 11 घंटे लेट पहुंची. जिसमें देवरिया निवासी सद्दाम अपनी 1 साल की बीमार बच्ची को लेकर बैठे थे. वहीं जब ट्रेन लखनऊ पहुंची तो मासूम की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई. इस दौरान सहयात्री ने हेल्पलाइन नंबर और एक्स पर मदद मांगी, जिसके बाद ट्रेन जब ऐशबाग पहुंची तो वहां पर डॉक्टरों ने अटेंड किया, लेकिन तब तक मासूम की मौत हो चुकी थी.
दरअसल बच्ची को निमोनिया हुआ था. जिसके बेहतर इलाज के लिए दिल्ली एम्स ले जा रहे थे. ट्रेन के दिल्ली पहुंचने का टाइम सुबह 5:10 बजे था, लेकिन ट्रेन 9:47 बजे ऐशबाग रेलवे स्टेशन ही पहुंच पाई. जहां डॉक्टरों ने बच्ची का चेकअप किया. लेकिन बच्ची ने पहले ही दम तोड़ दिया था. बच्ची की मौत के बाद परिजन उसे ऐशबाग स्टेशन से लेकर अपने घर वापस चले गए.
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