लखनऊ। बलरामपुर हॉस्पिटल लखनऊ में निदेशक डॉ राजीव लोचन, सीएमएस डॉ ए के गुप्ता और अधीक्षक डॉ हिमांशु चतुर्वेदी सहित 5 ईएमओ और 7 अन्य कर्मियों को कोरोना हो गया.
शुक्रवार देर रात आई रिपोर्ट के बाद पूरी रात निदेशक डॉ राजीव लोचन अपने हॉस्पिटल के प्राइवेट वार्ड में खुद ही इलाज़ के लिए लेटे रहे. उम्र व संक्रमण अधिक होने से खुद ही प्रयास करते रहे कि उन्हें किसी कोविड हॉस्पिटल में बेड मिल जाए, लेकिन शनिवार भरसक प्रयास के बाद उन्हें पीजीआई में जगह मिल पाई तब शाम 4 बजे वह पीजीआई के लिए एम्बुलेंस से गए.
कोरोना के हालात बहुत बेकाबू हो गए हैं. राजीव लोचन जैसे प्रभावशाली डॉक्टर को खुद को एडमिट कराने के लिए जूझना पड़ रहा है, कोरोना कितना भयावह रूप अख्तियार कर चुका है. शनिवार से बलरामपुर चिकित्सालय में ओपीडी बन्द कर दी गईं.अब बलरामपुर हॉस्पिटल को भी कोविड हॉस्पिटल में बदला जा रहा है. जो पिछली बार अन्य रोगों के उपचार के लिए कोविड हॉस्पिटल नहीं बनाया गया था.