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अंकित मिश्रा, बाराबंकी. बाराबंकी की जिला पंचायत में सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा है. जी हां यहां पुराने टेंडर निरस्त करके नई कार्य योजना बनाने को लेकर शनिवार को जिलापंचायत सदस्यों ने जिलापंचायत अध्यक्ष का घेराव करते हुए उनको अपने दफ्तर में जाने से दर्जनों सदस्यों ने रोक दिया और उनके दफ्तर के बाहर जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया. इस दौरान जिला पंचायत सदस्यों ने जमकर बवाल काटा और कहा कि हम लोग जिन क्षेत्रों से जीतकर आए वहां विकास करवाने के नाम पर ही मतदाताओं ने वोट देकर जिताया है और अगर नए टेंडर नही हुए तो ये उनके साथ सिर्फ धोखाधड़ी ही होगी. प्रदर्शन की जानकारी होने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत, सांसद उपेंद्र सिंह रावत, बीजेपी जिलाध्यक्ष शशांक सिंह कुशमेश, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शीला सिंह के पति पूर्व प्रमुख सुरेंद्र सिंह वर्मा बीच बचाव करते दिखाई दिए.
बताते चलें कि जिले की जिलापंचायत में वर्ष 2020 में कार्ययोजना बनाई गई थी, उसमें तमाम से कार्य नहीं हो पाए, क्योंकि वर्ष 2020 में कई ऐसे विकास कार्य कोविड-19 संक्रमण की वजहों से नहीं हुए क्योंकि उस दौरान कोरोना संक्रमण के चलते लाकडाउन लग गया था. उसके बाद चुनाव की अधिसूचना जारी हो गई और परसीमन में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी अनुसूचित वर्ग के लिए आरक्षित हो गई. उसके बाद सत्तारूढ़ भाजपा की उम्मीदवार पूर्व विधायक राजरानी रावत निर्वाचित हो गई और पद का दायित्व सम्भालने के बाद जिला पंचायत की पहली बोर्ड की बैठक में जिला पंचायत सदस्यों ने उनको अपने अपने क्षेत्रों के विकास कराने का प्रपोजल सौंपा, लेकिन उसके बाद उनके ऊपर अध्यक्ष ने स्वीकृति नहीं दी और पुराने टेंडरों को भी नही निरस्त नए कार्यों का प्रपोजल सदस्यों के द्वारा दिए गए उनपर स्वीकृति न देकर पुराने सभी कार्यों को करवाने की स्वीकृति दे दी. जिसके बाद जिला पंचायत सदस्य जिस क्षेत्र से निर्वाचित होकर आए हैं, वहां पर किसी तरह का कार्य नहीं करवा सके, जिसका विरोध करते हुए जिला पंचायत सदस्य मोहम्मद अहमद शहंशाह, जिला पंचायत सदस्य पूजा सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष की सपा से घोषित प्रत्याशी रही नेहा सिंह आंनद जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि विनय सिंह राजपूत इत्यादि जिला पंचायत सदस्यों अध्यक्ष का विरोध करते हुए दिनभर प्रदर्शन करते रहे.
वहीं जिला पंचायत में प्रदर्शन की जानकारी मिलने के बाद जिले के सांसद उपेंद्र सिंह रावत जिलाध्यक्ष बीजेपी शशांक सिंह कुशमेश पूर्व प्रमुख वरिष्ठ भाजपा नेता सुरेंद्र सिंह वर्मा भी पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे सभी जिला पंचायत सदस्यों से निवेदन करते हुए प्रदर्शन न करने की बात भी कही. कई घंटों के प्रदर्शन के बाद जिला पंचायत में कार्य भी प्रभावित हुए उसके बाद पहुंची जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत के पहुंचने पर प्रदर्शनकारी सभी जिला पंचायत सदस्य काफी मानमननौवल के बाद प्रदर्शन समाप्त किया. वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष ने बताया कि जिला पंचायत सदस्यों के सभी आरोप निराधार है. यहां पर किसी तरह की भ्रष्टाचार की कोई बात ही नहीं है. सभी की बातों का ध्यान दिया जाएगा और शीघ्र ही निस्तारित किया जाएगा.