लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना से हालात बिगड़ गई. संक्रमण का रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है. कोरोना संक्रमण रोकने कानपुर डीएम ने एक बैठक बुलाई थी. इस दौरान डीएम ने कोरोना अभियान से जुड़े डॉक्टर नीरज सचान के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी. मीटिंग के बाद उन्हें देर रात गिरफ्तार कर लिया गया. उन पर अपनी जिम्मेदारी सही तरीके से नहीं करने का आरोप लगा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डॉक्टर नीरज सचान पतारा सीएचसी हॉस्पिटल के प्रभारी थे. दो दिन पहले ही उनको कोरोना रैपिड रिस्पांस टीम का प्रभार दिया गया था. रविवार को उनकी छुट्टी थी. सोमवार को डीएम ने कोरोना कंट्रोल की मीटिंग बुलाई, जिसमें डॉक्टर नीरज शामिल हुए थे. इसमें डीएम आलोक तिवारी ने उन पर सही से जिम्मेदारी न निभाने का आरोप लगाया और उन्हें गिरफ्तार करवा दिया.
रात में ही डीएम के निर्देश पर स्वरूप नगर थाने में डॉक्टर नीरज सचान के खिलाफ महामारी एक्ट में एफआईआर दर्ज किया गया. डॉक्टर की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही शहर के दर्जनों सरकारी डॉक्टर स्वरूप नगर थाने पहुंच गए और इस कार्रवाई का विरोध करने लगे.
विरोध के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट हिमांशु गुप्ता और डीसीपी भी थाने में डटे रहे. वहीं इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.