अजय अनुरागी, महोबा. रोशनी के पर्व में खाद की किल्लत किसानों के लिए किसी अंधेरे से कम नहीं है. महोबा में खाद न मिलने के कारण किसान सड़क पर बैठने के लिए मजबूर हैं. जाम लगाकर किसानों ने सहकारी समिति से खाद दिलाए जाने की मांग अधिकारियों से की है. कई घंटों तक जाम लगे रहे हैं. सड़क पर वाहनों की लंबी कतार फंसी देखी गई. इन किसानों को दीपावली पर्व की तैयारियों से अधिक अपने पेट की व्यवस्था के लिए खाद की जरूरत है, जबकि जिम्मेदार पर्याप्त खाद होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं.
आज दीपावली पर्व को लेकर बाजारों में चकाचौंध है, लोग रोशनी के पर्व को मनाने की तैयारियां कर रहे हैं, लेकिन अन्नदाता इस त्योहार पर भी सड़क पर बैठने को मजबूर है. पिछले कई दिनों से खाद न मिलने के कारण किसान महोबा के बिलबई चौराहे पर सड़क पर बैठकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. इन किसानों का कहना है कि पसवारा किसान सेवा सहकारी समिति में कई दिनों से लंबी लंबी लाइन लगाने के बावजूद भी एक बोरी डीएपी और यूरिया खाद नहीं मिल पा रही है. किसानों को इस बात की बड़ी टीस है कि त्यौहार के दिन भी उन्हें सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करना पड़ रहा है. पिछले चार दिनों से खाद के लिए आ आ रहा किसान प्रदर्शन के दौरान सड़क पर ही बेहोश तक हो गया.
किसान कहते है कि वह भी आम लोगों की तरह रोशनी के पर्व दीपावली को मनाना चाहते हैं और उसकी तैयारियां करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें अपने खेत की बुवाई और आने वाली फसल की चिंता सता रही है. घर में बेटियों की शादी बच्चों की पढ़ाई के लिए बेहतर फसल की आस लगाए इन किसानो को खाद की जरूरत है, मगर खेत में बीज बोने के लिए खाद ही इन्हे नहीं मिल पा रही है. खाद न मिलने के कारण बुबाई का समय निकलता जा रहा है. ऐसे में किसान कैसे खुशियों का पर्व दीपावली मना पाए, उन्हें मजबूरन सहकारी समिति के बाहर खड़ा होकर खाद के लिए इंतजार करना पड़ रहा है. पचपहरा, करहराकलां, रैपुरा और कई गांव से आए किसानों का कहना है कि पिछले चार दिनों से वह खुद रोजाना समिति के बाहर बैठकर खाद का इंतजार करते हैं, लेकिन उन्हें एक बोरी खाद नहीं मिल पा रही जिसके कारण आज जाम भी लगाया गया है. सहकारी समिति में तैनात कर्मचारी नदारद है, जिसके कारण उन्हें सड़क पर बैठना पड़ा है.
सूचना मिलते ही एसडीएम सदर और कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई. किसानों को समझाया गया. त्यौहार के दिन भी इन किसानों के सामने खाद की किल्लत जिम्मेदारों के दावों पर भारी पड़ रही है. मौके पर मौजूद सदर एसडीएम जीतेन्द्र सिंह मीडिया के सवालों से बचते नजर आए डीएम साहब से बात करने की बात कहने लगे.
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वहीं डीएम महोबा मनोज कुमार कहते हैं कि खाद पर्याप्त मात्रा में महोबा में उपलब्ध है. डीएपी भरपूर मात्रा में मौजूद है. यूरिया खाद भी आ रही है. किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं है. प्रत्येक किसान को हर हाल में 15 नवंबर तक खाद उपलब्ध करा दी जाएगी. तो वह यह भी कहते हैं कि खाद की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी करेंगे, यदि कोई खाद की कालाबाजारी करता पकड़ा गया तो उसके खिलाफ एनएसए के तहत कार्यवाही होगी. बहरहाल शासन प्रशसन के दावों में कितनी सच्चाई है यह तो आए दिन किसानों के प्रदर्शन से साफ हो गया है. इस रौशनी के पर्व में किसान जिस अंधेरे को झले रहे है उसे दूर करने की तैयारियां आज भी नाकाफी है.
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