बहराइच। सीएम योगी आदित्यनाथ ‘राष्ट्रवीर’ महाराजा सुहेलदेव के विजय दिवस के अवसर पर बहराइच पहुंचे। जहां उन्होंने महाराजा सुहेलदेव स्मारक के उद्घाटन, उनकी प्रतिमा के अनावरण एवं विभिन्न विकास परियोजनाओं के लोकार्पण/शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि महाराजा सुहेलदेव को जो सम्मान मिलने चाहिए वो नहीं मिला। डबल इंजन के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने संकल्प लिया था, और मुझे प्रसन्नता कि प्रधानमंत्री मोदी के विरासत और विकास की नीति को आगे बढ़ाते हुए मूर्ति का अनावरण हो रहा है।
विदेशी आक्रांताओं के छक्के छुड़ाए
इस दौरान उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम महापुरुषों के प्रति सम्मान में क्या होना चाहिए उसकी अभिव्यक्ति है। मैंने बोला था कि राष्ट्रनायकों का सम्मान और विदेशी आक्रांताओं का महिमामंडन बंद होना चाहिए। 10 जून 1934 को महाराजा सुहेलदेव ने एक विदेशी आक्रांता को चारों खाने चित्त किया था। महाराजा सुहेलदेव ने कुल 20 से 25 हजार के साथ उन विदेशी आक्रांताओं को गाजर-मूली की तरह काट दिया। सालार मसूद जिंदा पकड़ा गया। उसे इस्लाम के अनुसार जहन्नुम में जाने की गारंटी जैसे सजा हुई।
READ MORE : योगी सरकार जल्द 44 हजार होमगार्डों की करेगी भर्ती, महिलाओं को मिलेगी विशेष छूट, जानिए कबसे शुरू होगी प्रक्रिया
भाजपा सरकार नाइंसाफी नहीं करेगी
सीएम योगी ने कहा कि इतिहास ने भले ही उनके साथ नाइंसाफी की है लेकिन डबल इंजन की भाजपा सरकार नाइंसाफी नहीं होने देगी। जिन लोगों ने देश धर्म और संस्कृति के लिए अपना सबकुछ न्यौछावर कर दिया। उन लोगों को उनके अधिकारों से वंचित किया गया। समाजवादी और कांग्रेस पार्टी ने महाराज सुहेलदेव के नाम पर कुछ नहीं किया। महाराज सुहेलदेव के नाम पर एक स्मारक तक नहीं बनवा पाए क्योंकि उन्हें वोट बैंक कि तो चिंता थी लेकिन महापुरुषों का नाम कहीं रख देंगे कहीं तुष्टिकरण की नीति फेल न हो जाए।
READ MORE : ‘PM मोदी ने पूरी…’, प्रधानमंत्री के 11 साल पूरे होने पर CM योगी का बड़ा बयान, जानिए प्रदेश के मुखिया ने देश के मुखिया के लिए क्या कहा?
सपा पार्टी जिन्ना का गुणगान करती हैं
सीएम योगी ने आगे कहा कि जिन्ना का महिमामंडन करने वाले लोग सरदार पटेल के त्याग को भुला देते है। भाजपा जब सरदार पटेल के जयंती को पूरे प्रदेश और देश में बनाती है। तब समाजवादी पार्टी जिन्ना का गुणगान करती है। भाजपा सरकार जब महाराजा सुहेलदेव के विजयउत्सव को मनाने की बात करते थे तो कांग्रेस और सपा कहती थी कि गाजी मिंया का विवाह होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि वे लोग कौन थे जो अयोध्या में राम मंदिर का विरोध करते थे, कौन लोग थे जो बिजली पासी के शौर्य को भुलाने का काम करते थे।
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें