देहरादून। उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले वरिष्ठ आंदोलनकारी एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री दिवाकर भट्ट का निधन हो गया है। आज राजकीय सम्मान के साथ खड़खड़ी श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार होगा। दिवाकर भट्ट लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनका राजधानी देहरादून के इंद्रेश अस्पताल में इलाज चल रहा था। पूर्व मंत्री दिवाकर भट्ट नें हरिद्वार स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। उनका जाना उत्तराखंड की राजनीति और आंदोलनकारी जनता के लिए एक बड़ी क्षति है।
राज्य सरकार ने लिया बड़ा फैसला
अपर सचिव ने आदेश जारी करते हुए कहा कि पूर्व कैबिनेट मंत्री दिवाकर भट्ट के आकस्मिक निधन पर राज्य सरकार द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि जिस जिले में अन्त्येष्टि होगी, उस दिन वहां प्रदेश सरकार के कार्यालय बन्द रहेंगे। चूंकि भट्ट की अन्त्येष्टि जनपद हरिद्वार में की जा रही हैं। अतः जनपद हरिद्वार में अन्त्येष्टि के दिन प्रदेश सरकार के सभी कार्यालय बन्द रहेंगे। यदि अन्त्येष्टि संस्कार उत्तराखण्ड राज्य में होता हैं, तो पुलिस सम्मान के साथ होगा। कृपया उपरोक्तानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करने का कष्ट करें।
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सीएम धामी ने जताया दुख
सीएम धामी ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले वरिष्ठ आंदोलनकारी एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री दिवाकर भट्ट जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। राज्य निर्माण आंदोलन से लेकर जनसेवा के क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए कार्य सदैव अविस्मरणीय हैं। ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों व समर्थकों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ।।ॐ शांति।।
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