लखनऊ. यूपी टीईटी परीक्षा का पेपर लीक करने के आरोपी गौरव को एसटीएफ मेरठ और लखनऊ की टीम ने अलीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है. गौरव के नाम का खुलासा शामली से गिरफ्तार आरोपियों ने किया था. आरोप है कि गौरव ने ही मथुरा में पेपर उपलब्ध कराया था और यहीं से ये राज्य में अन्या जगह भी भेजा गया.

इसके अलावा कई अन्य जिलों में एसटीएफ ने छापेमारी कर आठ लोगों को हिरासत में लिया है. यह छापेमारी प्रयागराज, मेरठ, झांसी, नोएडा, बागपत, शामली, वाराणसी व कौशांबी समेत कई जिलों मे सोमवार दोपहर तक की गई. इसके अलावा एसटीएफ ने लखनऊ में तीन अन्य लोगों से पूछताछ की. रविवार को गिरफ्तार 29 लोगों के पास से बरामद मोबाइल फोन व अन्य दस्तावेजों से कई जरूरी जानकारियां मिली थी. इस आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जा रही है. एसटीएफ के मुताबिक शामली से गिरफ्तार रवि, धर्मेन्द्र और मनीष ने मथुरा के गौरव से पर्चा खरीदने की बात स्वीकार की थी. इसके बाद से ही एसटीएफ उसके पीछे लग गई थी. रविवार देर रात तीन बजे अलीगढ़ के टप्पल निवासी गौरव को पकड़ लिया गया.

कई जगहों पर ताबड़तोड़ दबिश

यूपी टीईटी पर्चा लीक प्रकरण में वेस्ट यूपी में कार्रवाई जारी है. शामली से तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद सोमवार को भी बागपत और शामली से दो लोगों को हिरासत में लिया गया है. इनमें से एक आरोपी कोचिंग सेंटर से जुड़ा है. पूछताछ की जा रही है और मोबाइल कॉल डिटेल समेत व्हाट्सएप चैट का डाटा खंगाला जा रहा है. आरोपियों की 10 दिनों की लोकेशन मोबाइल नंबर के आधार पर देखी जा रही है. एसटीएफ मेरठ ने यूपी टीईटी भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक होने का खुलासा रविवार को किया था. इसके बाद पूरे प्रदेश में परीक्षा रद्द कर दी गई थी. शामली से एसटीएफ ने तीन आरोपियों रवि, धमेंद्र, मनीष को गिरफ्तार किया. इन सबके ऊपर बबलू निवासी नाला शामली काम कर रहा था, जो फिलहाल फरार है. बबलू ने ही गौरव से मथुरा में पेपर हासिल किया और बाकी जगहों पर बेचा. गौरव की गिरफ्तारी के बाद बबलू की तलाश की जा रही है. वहीं पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर मेरठ, बागपत और शामली में ताबड़तोड़ दबिश दी जा रही है.

एसटीएफ को मिला 19 लोगों का पूरा ब्योरा

गौरव ने एसटीएफ को उन लोगों के नाम बताये जिसे उसने सीधे पेपर बेचा था. इनमें 19 लोगों का पूरा ब्योरा एसटीएफ को मिल गया है. ये लोग एसटीएफ की रडार पर है. इसके अलावा गौरव ने आगरा के शिक्षा विभाग से जुड़े एक व्यक्ति का नाम भी लिया है. इसके बारे में वह यह नहीं बता सका कि यह आरोपी शिक्षा विभाग में कार्यरत है या नहीं. एसटीएफ ने बागपत व शामली से जिन लोगों को उठाया है, उनमें एक आरोपी शामली स्थित एक कोचिंग सेंटर से जुड़ा है. इस आरोपी की कॉल डिटेल निकलवाने के अलावा उसके व्हाटसएप चैट को भी खंगाला जा रहा है. एसटीएफ ने सोमवार को चार और टीमें इस केस की पड़ताल में लगा दी. सोमवार तड़के से ही एसटीएफ की इस टीम ने भी दबिश देना शुरू कर दिया था.

विभिन्न जिलों से नौ लोग हिरासत में

सूत्रों के मुताबिक रविवार रात से सोमवार दोपहर तक हुई छापेमारी के दौरान विभिन्न जिलों से नौ लोग हिरासत में लिए गए हैं. इन सभी से पूछताछ की जा रही है, दावा किया जा रहा है कि इनमें कुछ लोग पेपर लीक कराने वाले गिरोह के सम्पर्क में थे. हालांकि इस बारे में अधिकारी कुछ बोल नहीं रहे है. एसटीएफ के डिप्टी एसपी धर्मेश शाही के नेतृत्व वाली टीम के तीन सदस्य गोमतीनगर विस्तार में एक घर में पहुंचे. उधर उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) में पकड़े गए तीन साल्वर आरोपियों को पुलिस ने सोमवार को कोर्ट में पेश किया. जहां से तीनों को जेल भेज दिया. तीनों सॉल्वरों सुलतानपुर निवासी संदीप वर्मा समेत अम्बेडकरनगर निवासी रमेश गुप्त व मैनपुरी निवासी महेश चन्द्र को एसटीएफ ने रविवार को आयोजित हुई प्रथम पाली की परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्र से पकड़ा था.