गोरखपुर. गोरखपुर में ट्रेनी महिला सिपाहियों ने अव्यवस्थाओं का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था. जिसके बाद सरकार ने एक्शन लेते हुए सेनानायक आनंद कुमार और प्लाटून कमांडर संजय राय पर निलंबन की कार्रवाई की है. गोरखपुर पीटीएस के डीआईजी और प्रधानाचार्य रोहन पी. कनय को प्रतीक्षारत किया है. प्रारंभिक जांच में दोषी पाए जाने के बाद इन सभी पर कार्रवाई की गई है.
इसे भी पढ़ें- अरे मंत्री जी तार तो है, बिजली कहां है! जनता कह रही नहीं आ रही लाइट, एके शर्मा खूब काम होने की लगा रहे रट, अंधेरे में ‘विकास’ कब तक दौड़ेगा नेता जी?
बता दें कि ट्रेनी महिलाओं ने कहा था कि सेंटर में 360 लोगों के रहने का इंतजाम है, लेकिन यहां 600 लड़कियां रह रहीं हैं. पानी पीने के लिए नहीं है. सेंटर में न लाइट और ना ही पंखा है. हम लोग खुले में नहा रहे हैं. आदमी आ जा रहे हैं. हमने जब पीने के लिए पानी मांगी तो अधिकारी ने कहा कि फंड नहीं आया है. औकात नहीं तो हम लोगों को क्यो बुलाया गया. क्या यही योगी जी का डिस्ट्रिक्ट है?
इसे भी पढ़ें- परिचित निकला ‘पापी’: कोचिंग छोड़ने के बहाने युवती को दी लिफ्ट, फिर कार के अंदर उसके साथ जो कांड किया…
महिला रिक्रूट्स का आरोप था कि ट्रेनिंग सेंटर में किसी भी प्रकार की व्यवस्था नहीं है. पूरी रात बिजली नहीं थी. यहां पर जनरेटर की भी व्यवस्था नहीं है. जिसके चलते रात भर सभी रिक्रूटर्स को जाग कर बिताना पड़ा. इधर, हंगामे की सूचना मिलते ही ट्रेनिंग स्कूल के ट्रेनर और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक