उत्तर प्रदेश के हरदोई से अजब-गजब मामला सामने आया है. यहां गुरुवार को नई व्यवस्था में कलक्ट्रेट में डीएम (DM) जनसुनवाई कर रहे थे. शिकायती पत्र और पंजीकरण पर्ची लेकर पहुंचे बुजुर्ग की जब बारी आई तो, उसने जिलाधिकारी से बोल दिया कि साहब, मैं जिंदा हूं, मुझे जिंदा कर दीजिए. और गांव के जिम्मेदारों ने सत्यापन रिपोर्ट में मृत कर दिया है.

वृद्ध से यह वाक्य सुनकर डीएम मंगला प्रसाद भी आवाक रह गए. उन्होंने शिकायती पत्र के साथ ही बुजुर्ग के अन्य कागजातों का स्वयं ही परीक्षण किया. इसमें विकास खंड पिहानी की ग्राम पंचायत राभा के मजरा नारीखेड़ा निवासी हेमराज पुत्र जानुकी को मार्च 2024 तक की पेंशन और पीएम किसान का भुगतान उनकी बैंक पास बुक पर अंकित मिला.

डीएम ने जब समाज कल्याण विभाग से सत्यापन अभिलेखों को तलब कर परीक्षण किया तो पता चला कि पिहानी बीडीओ की ओर से 19 जून 2024 को दी गई रिपोर्ट में हेमराज को मृतक दिखाया गया है. सत्यापन रिपोर्ट में पंचायत सहायक मो. जावेद, प्रधान पार्वती और ग्राम पंचायत अधिकारी के भी हस्ताक्षर मिले.

जिलाधिकारी ने बताया कि पूरे मामले की जांच रिपोर्ट दो दिन में तलब की गई है. जांच के लिए शाहाबाद एसडीएम दीक्षा जोशी की अध्यक्षता में जिला समाज कल्याण अधिकारी को नामित कर समिति गठित की गई है. रिपोर्ट आने पर जो भी दोषी होगा कार्रवाई की जाएगी.