सूर्यभान द्विवेदी, अमेठी. रामगंज थाना क्षेत्र में जबरन धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आया है. जहां ग्राम प्रधान पति सहित वर्ग विशेष समुदाय के लोगों ने पहले युवती का अपहरण किया. अपहरण के बाद धर्म परिवर्तन का विरोध करने पर युवती के साथ वर्ग विशेष के एक आरोपी ने महीनों तक दुष्कर्म किया. दो महीने से ज्यादा दिनों तक युवती के साथ दुष्कर्म के बाद जब आरोपी युवती को अपने घर ले आया तो युवती शौच के बहाने अपनी जान बचाकर भाग निकली.

मामले में पीड़िता के पिता की शिकायत के बाद भी पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. करीब एक महीने 6 दिन बाद पीड़िता अपने पिता के साथ 22 अगस्त को फिर थाने शिकियत लेकर पहुंची. तब पुलिस ने 24 अगस्त को पीड़िता की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया. पुलिस नामजद आरोपियों में से तीन आरोपियों को हिरासत में लेकर पूंछताछ कर रही रही है.

शपथ पत्र पर जबरिया कराया हस्ताक्षर

राम गंज थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती ने पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया है कि वह ग्राम प्रधान पति देवराज गुप्ता के कहने पर मनरेगा में मेट के रूप में कार्य करती थी. प्रधान के यहां आजाद, मुंशीरजा, मोहम्मद मन्सूर और अब्दुल मजीत का आना जाना रहता है. आजाद और उसके भाईयों समेत पिता का देवराज गुप्ता से अच्छा संबंध है. बीते 7 मई की रात आजाद, प्रधान पति देवराज गुप्ता और मुंशी रजा समेत मोहम्मद मन्सूर और अब्दुल मजीद के सहयोग से पीड़िता को बहला फुसला कर भगा ले गया. जिसके बाद इस्लाम धर्म अपनाने के लिए आजाद पहले से तैयार एक शपथ पत्र पर जबरिया पीड़िता का हस्ताक्षर करा लिया. आजाद, उसके भाई और पिता पीड़िता पर इस्लाम धर्म कबूलने दबाव बना रहे थे. जिस पर पीड़िता ने कहा मेरी हत्या कर दो मैं अपना धर्म नहीं बदलूंगी. आजाद पीड़िता के साथ अपहरण के दौरान कई बार बालात्कार किया और कहा कि इसकी शिकायत कहीं तुम्हारे पिता और घर वाले करेंगे तो तुम्हारे परिवार को जान से मार डालेंगे. आजाद पीड़िता को जिला सुल्तानपुर में अज्ञात स्थान पर लेकर रहता था.

1 महीने 6 दिन बाद दर्ज हुई शिकायत

पीड़िता ने आगे बताया कि 15 जुलाई की रात में आजाद उसे अपने घर ढेमा लेकर आया तो वह शौच के बहाने किसी तरह छुप कर अपने घर आई. अगले दिन 16 जुलाई को पीड़िता का पिता लिखित शिकायत लेकर रामगंज थाना पहुंचा. पीड़िता के पिता के बार-बार गिड़गिड़ाने के बाद भी पुलिस ने उसकी एक भी नहीं सुनी. थक हार कर पीड़िता के पिता वापस घर चले गए. पीड़िता के मुताबिक उक्त लोगों से उसे और उसके पिता सहित परिजनों का सामाजिक अपमान के साथ ही हर समय जान का खतरा बना रहता है. करीब एक मीने 6 दिन बाद पुलिस ने प्रधान पति सहित 5 लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया. जल्द गिरफ्तारी की जाएगी.