विक्रम मिश्र लखनऊ. टैक्स चोरी करने वाले सबसे ज्यादा चर्चित सेक्टरों को लेकर राज्य कर विभाग अब चौकन्ना हो गया है. पूरे प्रदेश में इसके खिलाफ वृहद अभियान भी छेड़ने की तैयारी की जा रही है. इसमें लोहा, पान मसाला और मेंथोल सबसे अग्रणी है. इन सेक्टर्स से जुड़े ब्रांड और सप्लाई डीलरों तक की छानबीन की जाएगी. इसमें लोहा व्यपारियों पर खास फोकस रखा गया है.

बिक्री में हानि दिखाकर कबाड़ से कमाई

लोहा के काम करने वाले व्यपारियों को लेकर विभाग ने सख्त रुख अख्तियार किया है. जिसमें की बिक्री में हानि और रेट का उतार चढ़ाव बताकर कबाड़ के काम से पैसों की कमाई की जाने की बात सामने आई है. 18 फीसदी GST होने के कारण इस चोरी में बड़े ब्रांड भी शामिल बताए जा रहे हैं. राज्य कर आयुक्त डॉक्टर नितिन बंसल के निर्देश पर सरिया, इंगट इत्यादि बनाने वाली कंपनियों में कबाड़ का खेल सामने आया है. अब इसके चेन की तलाश की जा रही है. वहीं दूसरी तरफ पान मसाला में सुपारी से लगाए मेंथोल तक कि पूरी कड़ी को डेटा अनलसिस के जरिए तैयार किया जा रहा है.

इसे भी पढ़ें : UP Police Constable Bharti परीक्षा में पाए गए 20 हजार संदिग्ध अभ्यर्थी, लेकिन परीक्षा केंद्रों की जांच में महज 463 ही मिले, कहां हो गया खेला ?

कच्चे माल और तैयार माल के भाव में अंतर पर नजर

राज्य कर आयुक्त ने इस सिंडिकेट को तोड़ने के लिए ही इस्पात कंपनियों की खरीद फरोख्त और उत्पादन पर डेटा अनलसिस करने का निर्देश दिया है. कच्चे माल की सप्लाई और तैयार माल का भाव भी विभाग देख रहा है. विभाग तो खरीदी, उत्पादन फिर उसके भाव पर नज बनाए हुए है. लेकिन कबाड़ी अभी भी विभाग की पहुंच से दूर हैं. इसलिए कबाड़ियों पर भी विभाग ने नजर जमा ली है.