कृष्ण कुमार मिश्र, जौनपुर. योगी सरकार में अधिकारी कर्मचारी भ्रष्टाचार में पूरी तरह से लिप्त हैं. आए दिन एंटी करप्शन टीम कर्मचारियों को घूस लेते रंगेहाथ पकड़ रही है. इसके बाद भी रिश्वतखोरी चरम पर है. एंटी करप्शन टीम वाराणसी ने एक और कर्मचारी को 30 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए मछलीशहर बस स्टैंड से गिरफ्तार किया है. ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि सीएम योगी का जीरो टॉलरेंस नीति का दावे का जमीनी हकीकत से कोई वास्ता है भी या सिर्फ हवा-हवाई ही है?

इसे भी पढ़ें- योगी’राज’ में कमीशन बिना काम नहीं! सोलर उद्योग लगाने के लिए ‘बाबा’ के सिस्टम ने मांगी घूस, दिखावा है जीरो टॉलरेंस नीति?

बता दें कि नेवढ़िया थाना क्षेत्र के परशुरामपुर गांव के निवासी वीरेंद्र कुमार ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत किया कि उसकी माँ सुदामा (ग्राम प्रधान) द्वारा कराये गये कार्य के ऑडिट करने के एवज में 30 हजार रुपए रिश्वत की मांग की गई थी. जिस पर संज्ञान लिया.

इसे भी पढ़ें- पति, पत्नी, वो और मौत का खेलः हसबेंड और BF के साथ महिला ने की दारू पार्टी, फिर बंद कमरे में जो हुआ…

उसके बाद हुए एंटी करप्शन टीम वाराणसी ने जाल बिछाकर करीब साढ़े 12 बजे ज्येष्ठ लेखा परीक्षक, लेखा परीक्षा विभाग, विकास भवन जौनपुर सत्य नरायण पुत्र दीनानाथ ग्राम घाटमपुर पो. मेलारा बेलवाई माधोपुर अखण्डनगर जनपद-सुल्तानपुर को रंगेहाथ 30 हजार रुपये घूस लेते हुए गिरफ्तार कर लिया.

छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें