झांसी. गुरू और छात्र का रिश्ता सबसे पवित्र रिश्ता माना जाता है. लेकिन इस पवित्र रिश्ते पर कालिक पोतने का काम एक प्रोफेसर ने किया है. छात्र का दावा है कि उसका पीचएडी में सेलेक्शन हो गया है, लेकिन प्रोफेसर एडमिशन नहीं होने दे रहे हैं. ऐसे में छात्र बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गया है.
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बता दें कि गिरिजा शंकर कुशवाहा नाम के छात्र का बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी में हिंदी डिपार्टमेंट में पीचएडी में सेलेक्शन हो चुका है. लेकिन एडमिशन के लिए फीस नहीं जमा कराई जा रही है, जिसकी वजह एक प्रोफेसर है. छात्र ने जब इसके पीछे की वजह प्रोफेसर से पूछी तो उनका कहना है क तुम राजनीति करते हो, इसी वजह से एडमिशन नहीं होगा तुम्हारा.
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छात्र का कहना है कि उसने इसी विश्वविद्यालय से एमए भी किया है. अब तक उसने 3 बार नेट क्वालिफाई किया है. इतना ही नहीं 4 किताबें भी लिख चुका है. उसके 40 लेख और 7 रिसर्च पेपर प्रकाशित हो चुके हैं. छात्र अपने एडमिशन को लेकर धरने पर बैठा है. ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि प्रोफेसर भविष्य के साथ खिलवाड़ क्यों कर रहे हैं? क्या प्रोफेसर ने बच्चे के भविष्य को खिलौना समझा है? आखिर विश्वविद्यालय के वीसी इस पर संज्ञान क्यों नहीं ले रहे?
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